आशा पारेख का जीवन परिचय (Asha Parekh Biography in Hindi) आशा पारेख दादा साहेब फाल्के अवार्ड, फिल्म (Asha Parekh Movies, Awards, Jivan Parichay in Hindi)

कुछ लोग पैदा ही इसलिए होते है कि वो दूसरों को कठिन समय में भी जीना सिखाते और करियर बनाने की सीख देते हैं। आज हम एक ऐसी ही अभिनेत्री की बात कर रहे हैं जिन्होंने सिखाया कि आप ख़राब हालात के बाबजूद भी एक सफल अभिनेत्री बन सकते है, इनका नाम है आशा पारेख। आइये जानते है आशा पारेख की बायोग्राफी के बारें में –
कौन है आशा पारेख? (Asha Parekh Biography in Hindi)
आशा पारेख की बात करें तो उनकी गिनती 70 के दशक की मशहूर अभिनेत्रियों में होती है। आशा पारेख उस समय की बॉलीवुड फिल्मों की टॉप अभिनेत्रियों में से एक थी। उन्होंने अपनी जिंदगी में इतना अच्छा मुकाम हासिल किया है जो हर किसी के बस की बात नहीं होती।
जब उन्होंने फिल्मों में काम करना शुरू किया तब वह सिर्फ 17 वर्ष की थी। इतनी छोटी सी उम्र में उन्होंने बतौर अभिनेत्री के रूप में शम्मी कपूर कपूर के साथ काम किया था। जो फिल्म उन्होंने शम्मी कपूर के साथ की , लोगों को बहुत अधिक पसंद आई। और इस तरह आशा पारेख का फिल्मी सफर शुरू हो गया। बहुत सी सुपर हिट फिल्में देकर आशा पारेख ने बहुत सारे अवार्ड भी जीते।
आशा पारेख का प्रारंभिक जीवन (Early Life)
आशा पारेख का जन्म 2 अक्टूबर 1942 को एक साधारण से मध्यम वर्ग के हिन्दू गुजराती परिवार में हुआ था। उनका परिवार मुंबई में रहता था।
आशा जी के पिता का नाम बचुभाई पारेख था, जो एक हिन्दू थे। उनकी माता जी का नाम सुधा पारेख (शादी से पूर्व उनका नाम “सलमा”) था जो एक बोहरा मुस्लिम थी।
आशा पारेख बचपन में सोचती थी कि वो पढ़ लिखकर डॉक्टर बनेंगी। लेकिन उनकी माताजी चाहती थी कि वह डांस सीखें, इसीलिए उनकी माताजी बहुत से डांस इंस्टिट्यूट में आशा पारेख के दाखिले कराती रहती थी। वे उन्हें डांसर बनाना चाहती थी।
आशा पारेख ने नृत्य के शिक्षक पंडित बंसीलाल भारती से भी नृत्य की शिक्षा ली थी। इसीलिए आशा पारेख शास्त्रीय नृत्य की एक कुशल नृत्यांगना बन गई थी। उसके बाद उन्होंने बहुत से स्टेज नृत्य भी किए। और दूसरे देशों में भी उन्होंने अपने नृत्य की छाप छोड़ी।
नाम | आशा बचुभाई पारेख |
जन्म वर्ष | 2 अक्टूबर, 1945 |
जन्म स्थान | मुंबई (महाराष्ट्र) |
नागरिकता | भारतीय |
माता | श्री मति सुधा पारेख |
पिता | श्री बचुभाई पारेख |
व्यवसाय | अभिनेत्री, निर्माता, नर्तकी |
धर्म | हिन्दू |
सम्मान | पद्म श्री |
पुरस्कार | · Filmfare Award for Best Actress (1971) · Filmfare Lifetime Achievement Award (2002) · Kalakar Awards (2018) |
आशा पारेख का व्यक्तिगत जीवन (Personal Life)
आशा पारेख आज के समय में भी सभी के बीच में सक्रिय रहती हैं। उन्हें सभी से मेल मिलाप करना बहुत अधिक पसंद है।
इसी कारण से आशा पारेख “कारा भवन” नाम की डांस एकेडमी भी चलाती हैं। वे बहुत ही खुशमिजाज और जिंदादिल अभिनेत्री हैं। वे स्वभाव से बहुत ही उदार हैं।
आशा पारेख बहुत से सामाजिक कार्यों से भी जुड़ी हुई है। इसी कारण से मुंबई में एक अस्पताल का नाम आशा पारेख के नाम पर रखा गया।
आशा पारेख जी भारतीय सीने आर्टिस्ट एसोसिएशन की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड की महिला अध्यक्ष के रूप में 1994 से 2000 तक पदभार संभाला था। इस उपलब्धि से उनका काफी नाम हुआ क्योंकि इससे पहले किसी भी महिला को यह पद प्राप्त नहीं हुआ था। उस समय की वह एकमात्र ऐसी महिला थी जिन्हें उस पद के लायक समझा गया था।
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आशा पारेख का पारिवारिक जीवन (Family Background of Asha Parekh in Hindi)
आशा पारेख के परिवार की बात करें तो उनके परिवार में उनकी माता और पिता थे। उनके माता-पिता दोनों ही अलग धर्मों से थे। लेकिन उनके घर में सभी साईं बाबा के भक्त थे। आशा पारेख अपने माता-पिता की एकलौती संतान थी। और उनके माता-पिता उन्हें बहुत प्यार करते थे। उनकी शादी की बात करें तो –
आशा पारेख ने फिल्मों में तो बहू ,बेटी, सास सभी का रोल निभाया। लेकिन अपनी निजी जिंदगी में उन्होंने कभी शादी ही नहीं की। वह रील में तो बहू बनी लेकिन रियल लाइफ में किसी की बहू नहीं बन पाई।
लेकिन बार-बार कई अभिनेताओं के साथ उनके नाम को जोड़ा गया। नसीर हुसैन जैसे निर्देशक के साथ भी उनका नाम जोड़ा गया था।
आशा पारेख ने एक इंटरव्यू में खुद यह खुलासा किया था कि नसीर हुसैन और वे एक अच्छे दोस्त और एक दूसरे के लिए एक दोस्त से बढ़कर थे।
आशा पारेख उनके साथ रहना चाहती थी क्योंकि उनकी बीवी के देहांत के बाद , वे अकेलेपन में अपना जीवन व्यतीत कर रहे थे। लेकिन सन 2002 में नसीर हुसैन जी का देहांत हो गया था।
उनके अलावा आशा पारेख जी के ओर भी बहुत से दोस्त हैं, जिनसे वह अक्सर बात करती हैं।
अक्सर वह अपना जन्मदिन अपने दोस्तों और फिल्मी सितारों के साथ मनाती हैं।
एक समय था जब आशा पारेख जी दिलीप कुमार के साथ काम नहीं करना चाहती थी क्योंकि वे उन्हें पसंद नहीं थे। उन्हें फिल्मों में शम्मी कपूर के साथ ही काम करना पसंद था।
आशा पारेख का करियर (Asha Parekh Career)
आशा पारेख ने अपने जीवन में अपने उम्दा अभिनय से बहुत से उपलब्धियां हासिल की हैं।
आसान नहीं होता एक छोटी सी उम्र में इतना अच्छा अभिनय प्रस्तुत करना, जो उन्होंने दिखाया। आशा पारेख केवल 17 वर्ष की थी जब उन्होंने 1992 में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत फिल्म “आसमान “से की थी।
शुरुआत में आशा पारेख जी स्टेज शो किया करती थी। उन्होंने भारत के अलावा विदेशों में भी स्टेज शो किए थे। ऐसे ही एक बार जो वह स्टेज शो कर रही थी, तो उन्हें फिल्म के मशहूर निदेशक विमल रॉय जी ने देखा।
वे आशा पारेख से काफी प्रभावित हुए और उन्हें फिल्मों का ऑफर दिया और आशा जी ने हां कर दी। जब आशा पारेख ने विमल रॉय के निर्देशन मैं बनी फिल्म “बाप बेटी”मैं काम किया, तब वह सिर्फ दसवीं कक्षा में पढ़ती थी। लेकिन यह फिल्म अधिक नहीं चली। आशा जी निराश हो गई लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
फिर उसके बाद आशा पारेख ने एक के बाद एक काफी सारी फिल्में की। इस बीच उनके फिल्मी करियर में काफी उतार-चढ़ाव आते रहे। लेकिन आशा पारेख पीछे नहीं हटी।
उनके दृढ़ विश्वास और लगातार प्रयास के कारण, उन्हें फिल्म “दिल दे कर देखो” में काम करने का मौका मिला। यह फिल्म उस समय की हिट फिल्म मानी जाती है। और आशा पारेख एक प्रसिद्ध अभिनेत्री बन गई। और इस तरह उनके जीवन में सफलता की शुरुआत हुई।
आशा पारेख जी को सन 2000 में भारतीय फिल्म सेंसर बोर्ड की महिला अध्यक्ष के पद घर को संभालने का मौका भी मिला। यह उनके लिए बहुत बड़ी उपलब्धि थी क्योंकि इससे पहले यह पद किसी और महिला को नहीं मिला था।
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आशा पारेख की फिल्मोग्राफी (Asha Parekh Movies in Hindi)
आशा पारेख ने हिंदी सिनेमा को बहुत सी सुपरहिट फिल्में दी हैं। आशा पारेख जी ने 95 फिल्मों में अभिनय कर एक सम्मानित एवं कुशल अभिनेत्री का नाम कमाया हैं। आशा पारेख जी की पहली फिल्म “माँ” थी जो 1952 में आई थी। इसमें उन्होंने बाल कलाकार का रोल निभाया था क्योंकि उनकी उम्र तब 10 वर्ष थी।
आइये बात करते है उनकी कुछ शानदार फिल्मों के बारे में जिनके लिए आशा जी को सिनेमा के अस्तित्व रखने तक याद रखा जाएगा.
फिल्मे (आशा जी के करियर की कुछ सफल फिल्मे) | वर्ष (रिलीज़ कब हुई?) |
धोबी डॉक्टर, बाप बेटी | 1954 |
दिल दे कर देखो | 1959 |
घराना, जब प्यार किसी से होता, छाया | 1961 |
अपना बना कर देखो | 1962 |
आए दिन बहार के, दो बदन, तीसरी मंजिल | 1966 |
कटी पतंग | 1971 |
समाधि | 1972 |
मैं तुलसी तेरे आंगन की | 1978 |
हम तो चले परदेस, हमारा खानदान | 1988 |
इनके अलावा भी आशा पारेख की बहुत सी सुपरहिट फिल्में हैं। जो उस समय लोगों को बहुत अधिक पसंद आई।
इस तरह आशा पारेख ने एक के बाद एक सुपरहिट फिल्मों की लाइन लगा दी और सभी दिलों की धड़कन बन गई।
कोई भी निदेशक उन्हीं फिल्मों में लेने से पीछे नहीं हटता था। उन्हें सामने से फिल्मों के ऑफर आते थे।
इस तरह आशा पारेख ने कई बड़े निर्माताओं और निर्देशकों के साथ काफी सारी फिल्मों में काम किया।
आशा पारेख ने फिल्मों में काम करने के साथ-साथ बहुत से सीरियल भी बनाए जैसे –
- कॉमेडी सीरियल दाल में काला
- पलाश के फूल
- बाजे पायल
- कोरा कागज
इन सबके अलावा आशा पारेख ने कन्नड़ फिल्मों में भी काम किया। कन्नड़ फिल्मों के साथ ही आशा जी ने गुजराती, पंजाबी फिल्मों में भी अपने अभिनय को दिखाया।
आशा पारेख की उपलब्धियां (Asha Parekh Achievements)
आशा पारेख ने बहुत ही जल्द अपनी बेहतरीन अदाकारी से सबको प्रभावित करके बहुत से अवार्ड हासिल किए। आशा पारेख एक ऐसी अदाकारा है जो कितनी भी आगे चली गई लेकिन अपने व्यक्तित्व की छाप पीछे छोड़ती चली गई।
जिस कारण उन्हें बहुत से अवार्ड और काफी सारी उपलब्धियां प्राप्त हुई। आगे हम आपको उनकी कुछ उपलब्धि के बारे में जानकारी देंगे –
- आशा पारेख को “पदम श्री अवार्ड” 1992 में मिला।
- आशा पारेख को फिल्म कटी पतंग के लिए 1971 में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए फिल्म फेयर अवार्ड मिला।
- लाइव टाइम अचीवमेंट अवार्ड 2002 में प्राप्त हुआ
- आशा पारेख जी को सन 2004 में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया।
- आशा पारेख को गुजराती एसोसिएशन ऑफ उत्तर अमेरिका के पहले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में “लाइव टाइम अचीवमेंट अवार्ड”से सम्मानित किया गया, इस अवार्ड के साथ-साथ उन्हें “सप्तरंग के सप्ताशी अवार्ड से” भी 2006 में सम्मानित किया गया
- आशा पारेख जी को भारतीय फिल्म उद्योग में सर्वश्रेष्ठ योगदान के लिए मोशन प्रोड्यूसर द्वारा सम्मानित भी किया गया था।
- आशा पारेख को गोल्डन जुबली अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।
- आशा पारेख जी को अपने अच्छे अभिनय के कारण काफी सारे इंटरनेशनल अवॉर्ड भी मिले
- आशा पारेख जी को स्टाइलिश आइकॉन के लिए हिंदुस्तान टाइम्स अवार्ड से भी सम्मानित किया गया।
- आशा पारेख जी को स्टारडस्ट द्वारा-अचीवमेंट अवार्ड और आसाराम एकेडमी द्वारा- भीष्म अवॉर्ड्स से सन 2014 में सम्मानित किया गया।
- इन्हें दादा साहेब फाल्के मेमोरियल द्वारा, नासिक अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में-जीवन गौरव पुरस्कार प्राप्त हुआ
- आशा जी को संस्कृति कल्चर फाउंडेशन की तरफ से भी संस्कृति कला श्री लाइट रिमेक अचीवमेंट अवार्ड प्राप्त हुआ।
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आशा पारेख का वर्तमान जीवन (Present Life of Asha Parekh in Hindi)
वर्तमान में आशा पारेख बहुत से सामाजिक कार्यों में योगदान देती रहती हैं। और जब कभी भी वह अकेलापन महसूस करती हैं तो उन्हें अपने दोस्तों के साथ समय बिताना अच्छा लगता है।
सलमान खान के पिता और उनकी माता, आशा पारेख के बहुत अच्छे दोस्त हैं। वह अक्सर उनसे मिलती रहती हैं।
अभी हाल ही में 27 सितम्बर, 2022 को भारत सरकार ने आशा पारेख जी को हिंदी फिल्मों में योगदान देने के लिए “दादा साहेब फाल्के पुरस्कार” देने की घोषणा की हैं। सिनेमा का यह सम्मानित अवार्ड उन्हें 30 सितम्बर को दिया जाएगा. जब उनसे इस अवार्ड के बारे में एक मीडिया कर्मी ने पूछा तो उन्होंने कहा अच्छा लगता है अब जब हमारा देश हमारे जीते जी हमारी कला का सम्मान इतने बड़े अवार्ड के साथ करे।
FAQ (सवाल-जबाब)
शादी के सवाल पर आशा पारेख ने कहा कभी किसी ने शादी के लिए पूछा ही नहीं. और मुझे कोई ऐसा मिला भी नहीं जिससे में विवाह कर सकती.
आशा पारेख का जन्म महाराष्ट्र राज्य के मुंबई शहर में हुआ.
आशा पारेख की पहली फिल्म माँ (1952) थी, उस समय इनकी उम्र मात्र 10 वर्ष थी.
आशा पारेख का धर्म हिन्दू हैं, क्योंकि उनके पिता जी बचुभाई एक हिन्दू थे.
आज हमने क्या जाना?
आज हमने आशा पारेख का जीवन परिचय (Asha Parekh Biography in Hindi) के बारे में जाना। हमे आशा पारेख की फिल्मे (Movies) तथा उन्हें फिल्मे वाले दादा साहेब फाल्के जैसे अवार्ड्स (Awards) के बारे में भी बात की। आपको इस पोस्ट में क्या अच्छा लगा यह कमेंट में बताना न भूले।
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