जयपुर के 11 प्रसिद्ध पर्यटन स्थल | Jaipur Tourist Places in Hindi

जयपुर के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थल (Famous Jaipur Tourist Places in Hindi), जयपुर कब जाना चाहिए, पर्यटन स्थल खुलने का समय (When to Visit Jaipur, Opening Time of Jaipur Tourism Place in Hindi) हवा महल, सिटी पैलेस, आमेर किला

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Jaipur Tourist Places in Hindi

यदि आपको घूमने का शौक हैं और आप जयपुर नहीं गए, तो समझ लो आपने अभी तक हिंदुस्तान की सबसे प्यारी जगहों में से एक तो देखी ही नहीं हैं। जयपुर के बारे में तो यहाँ तक कहा जाता हैं कि पूरा भारत घूम लिए लेकिन जयपुर नहीं देखा तो आप पूरा भारत ही नहीं घूमे। जयपुर की ज्यादातर ऐतिहासिक इमारते आपको गुलाबी रंग की देखने को मिल जाएगी, इसलिए इस शहर को “गुलाबी शहर” भी कहा जाता हैं।

राजस्थन की राजधानी जयपुर संस्कृति, विरासत, तथा मोह लेने वाली इमारतों की भूमि हैं। यहाँ के महलों की सुन्दरता व वास्तुकला देख आप जिंदगी में कभी इस शहर को नहीं भूल पाएंगे। जयपुर राजाओ का शहर भी रहा हैं अतः यहाँ आकर आपको राजाओ-महाराजो के जीवन को पास से जानने का भी मौका मिलेगा। आइये जानते हैं विस्तार से जयपुर के कुछ बेहतरीन पर्यटन स्थलों (Jaipur Tourist places in Hindi) के बारे में –

जयपुर के प्रसिद्ध दर्शनीय स्थलों या पर्यटन स्थलों की सूची (List of Jaipur Tourist places in Hindi)

जयपुर में कई सारे पर्यटन स्थल हैं जहाँ पर हर वर्ष लाखो लोग घूमने के लिए आते हैं। इन आकर्षक स्थलों को घूमना ना केवल आपको आनंदित महूसस कराता हैं, बल्कि आपको एक खूबसूरत दुनिया का अनुभव भी कराता हैं। चलिए जानते हैं जयपुर के कुछ प्रमुख टूरिस्ट प्लेस के बारे में –

1. हवा महल (Hawa Mahal)

हवा महल जयपुर के सबसे प्रसिद्ध दर्शन स्थ्लो में से एक हैं। पूरी दुनिया से जो लोग जयपुर आते हैं, उनकी लिस्ट में हवा महल घूमने का प्लान जरूर होता हैं। महाराजा सवाई प्रताप सिंह ने सन् 1799 में इस महल का निर्माण कराया था। लाल व गुलाबी बलुआ पत्थरों से बने इस किले में 953 छोटी खिड़कियाँ बनायीं गई हैं, ताकि हवा आराम से महल में प्रवेश कर सके। इस दुर्ग को बनाने में तकनीकी कौशल व बेहतरीन शिल्पकला का इस्तेमाल किया गया हैं। पाँच मंजिला इस किले में एक मंजिले से दूसरी मंजिल में जाने के लिए कोई भी सीड़ीयां नहीं बनी हैं, ढलान के सहारे ही दूसरी मंजिल में प्रवेश किया जाता हैं।

हवा महल के टॉप पर पहुँचने पर आपको जंतर मन्तर, सिटी पैलेस व जयपुर का बेहद ही मनमोहक करने वाला नजारा देखने को मिलता हैं। यदि कभी भी आपका जयपुर आना हो, तो हवा महल को घूमना अपनी प्राथमिकता में अवश्य शामिल करे।

हवा महल के खुलने का समय –

  • सुबह 9 बजे से 4:30 बजे तक (प्रत्येक दिन)

2. नाहरगढ़ किला (Nahargar Fort)

अरावली पर्वतो में बने इस किले से पूरा जयपुर देखा जा सकता हैं। नाहरगढ़ किले का निर्माण महाराजा जयसिंह द्वारा सन् 1734 में करवाया गया था। शुरू में किले को सुदर्शनगढ़ नाम दिया गया था जिसे बाद में राजा नाहर सिंह के नाम पर नाहरगढ़ कर दिया गया। इस किले का नाम नाहरगढ़ बनने के पीछे एक बहुत ही दिलचस्प कहानी हैं। किले के पास रहने वाले स्थायी लोगो का कहना हैं कि जब किले का निर्माण हो रहा था तब बहुत लोगो द्वारा राजा नाहर सिंह की आत्मा को किले में घूमते देखा गया था, जिस कारण इस किले का नाम उनके नाम पर ही रख दिया गया।

नाहरगढ़ किले को आमेर किले व जयगढ़ किले के साथ मिलकर ऐसे बनाया गया था जैसे कि यह जयपुर शहर के चारों और एक रक्षा कवच तैयार हो सके। इंडो-यूरोपियन स्टाइल में बना हैं किला, साल भर दर्शकों के मनोरंजन का केंद्र बना रहता हैं। बॉलीवुड फ़िल्म “रंग दे बसंती”“शुद्ध देशी रोमांस” की शूटिंग भी इस दुर्ग में हो चुकी हैं।

नाहरगढ़ किले के खुलने का समय –

  • सुबह 9:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक

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3. आमेर (आंबेर किला)

आंबेर किले को “आमेर के किले” के नाम से भी जाना जाता हैं यह किला जयपुर से लगभग 11 किलोमीटर दूर स्थित हैं। राजा मान सिंह ने आंबेर किले को सन् 1592 में बनवाया था। राजा मान सिंह के बाद जयपुर शहर के संस्थापक राजा जयसिंह द्वितीय ने इस महल को और अधिक आकर्षक रूप दिया। अम्बर किला चार भागों में बना हैं जिन्हें दीवान-ए-आम, शीश महल, सुख मंदिर व केसर क्यारी के नाम से जाना जाता हैं।

आमेर किले में प्रवेश करने के लिए पर्यटकों को सूरज पोल से जाना होता हैं जिसे सूर्य द्वार भी कहते हैं, इसके आलावा भी इस किले के तीन और द्वार हैं। आमेर या आंबेर किला एक गजब की वास्तुकला का जीता-जागता उदहारण हैं, यह किला संगमरमर व लाल बलुआ पत्थरों से मिलकर बना हुआ हैं। यदि आप जयपुर आते हैं तो इस किले को घूमना ना भूले।

अम्बर किला (आमेर किला) के खुलने का समय –

  • सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक

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4. सिटी पैलेस (City Palace)

सिटी पैलेस जयपुर का एक बहुत ही प्रसिद्ध स्थल हैं, इसे “जयपुर का दिल” भी कहा जाता हैं। इसका निर्माण आमेर के राजा व जयपुर को बसाने वाले जय सिंह द्वितीय ने सन् 1729 से 1732 के बीच बनवाया था। महल के अन्दर जाकर आपको ऐसा महसूस होगा जैसे आप किसी अलग ही दुनिया में आ गए हो । यहाँ महल के परिसर में आपको गोविन्द देव जी मंदिर, चन्द्र महल (जिसे अब संग्रहालय में बदल दिया गया हैं), दीवान-ए-ख़ास, महारानी पैलेस, भग्गी खाना, दीवान-ए-आम, प्रीतम निवास चौक आदि देखने को मिलते हैं।

सिटी पैलेस के खुलने का समय –

  • सुबह 9:30 से शाम 5 बजे तक (प्रत्येक दिन)

5. जंतर मंतर, जयपुर (Jantar-Mantar)

जंतर मंतर का निर्माण जयपुर के संस्थापक राजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा कराया गया था। इस बेधशाला का निर्माण सन् 1734 में पूरा हुआ था। जयपुर के इस जंतर-मंतर को यूनेस्को की विश्व विरासत में भी शामिल किया गया हैं। इसके निर्माण का मुख्य उद्देश्य खगोल शास्त्र की सहायता से अन्तरिक्ष व समय के बारे में अनुमान लगाकर जानकारी इकट्ठा करना था। राजा जय सिंह द्वितीय ने जयपुर के आलावा, नई दिल्ली, वाराणसी, मथुरा, व उज्जैन में भी जंतर-मंतर का निर्माण कराया था।

जंतर-मंतर वास्तिविकता में एक अद्भुत चीज हैं, जो हमे दिखाता हैं कि कैसे बिना ज्यादा तकनीक के भी पहले समय में ऐसी अचंभित करने वाली कलाकृति बनायीं जाती थी। जंतर-मंतर घूमना आपके लिए कभी ना भूलने वाला तथा बेहद ही सुखद अनुभव हो सकता हैं।

जंतर-मंतर के खुलने का समय –

  • सुबह 9 बजे से शाम 4:30 तक (प्रत्येक दिन)

6. जयगढ़ किला (Jaigarh Fort)

यदि आप जयपुर के प्रसिद्ध दर्शन स्थलों की लिस्ट बनाने जा रहे हैं, तो मुझे यकीन हैं आप जयगढ़ किले को अपनी लिस्ट में शामिल करना बिल्कुल नहीं भूलेंगे। अरावली पर्वत की श्रंख्लाओ में स्थित “चील का टीला” पर लाल बालुओ से जयगढ़ किला बना हुआ हैं , इसकी सुन्दरता देखते ही बनती हैं। सन् 1726 में जय सिंह द्वितीय द्वारा बना यह किला अपने विचित्र वास्तुकला के लिए जाना जाता हैं। जयगढ़ किले को विजय किले के नाम से भी जाना जाता हैं।

जयगढ़ किले के खुलने का समय –

  • सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक (From 9 AM to 5 PM)

7. जल महल (Jal Mahal)

जैसे कि इस महल का नाम बताता हैं, यह किला जल के बीचो-बीच बना खड़ा हैं, इसलिए इसे जल महल कहते हैं । पाँच मंजिला यह महल सागर महल के मध्य में बना हैं, जब झील पूरी भर जाती हैं तो महल की चार मंजिल जलमग्न हो जाती है, सिर्फ सबसे ऊपर की मंजिल ही दिखाई देती हैं। महल के अन्दर प्रवेश करना तो मना हैं, लेकिन आप नाव से झील में जाकर महल की चित्रकारिता को अच्छी तरह से निहार सकते हैं।

जल महल के खुलने का समय –

  • सुबह 6 से शाम 6 बजे तक

8. अल्बर्ट हॉल, संग्रहालय (Albert Hall)

जयपुर में सिर्फ महल व दुर्ग (किले) ही घूमने के लिए प्रसिद्ध नहीं हैं, यहाँ और भी कई एतिहासिक जगह हैं जिन्हें आप घूम सकते हैं। ऐसी ही एक एतिहासिक जगह हैं, अल्बर्ट हॉल, संग्रहालय, जिसे देखने के लिए हर साल हजारो की तादाद में लोग आते हैं। कहा जाता हैं कि यह संग्रहालय, राजस्थान का सबसे पुराना संग्रहालय हैं। इसका निर्माण राम निवास बगीचे में सन् 1876 में राजा माधो सिंह द्वितीय के संरक्षण में बनवाया गया था।

इस म्यूजियम में आपको महंगे आभुषण, हाथी दांत के बने हुए सामान, चित्र, मुर्तिया आदि देखने को मिलती हैं। इसके अन्दर मिस्र की ममी हैं जो टूरिस्ट का सबसे ज्यादा यहाँ आने का कारण हैं।

अल्बर्ट हॉल संग्र्ह्यालय के खुलने का समय –

  • सुबह 9 बजे से 5 बजे तक , व शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक (प्रत्येक दिन)

9. रामबाग महल (Rambagh Mahal)

रामबाग महल उस समय एक घने जंगल में बना था, जिसे बनाने का उद्देश्य जंगल में शिकार खेलने के बाद आराम करना था। बाद में इस महल को और बड़ा कर दिया गया तथा उस समय के जयपुर के राजा यहाँ रहने लगे। अब इस महल को टाटा कंपनी की होटल इकाई ताज द्वारा होटल में परिवर्तित कर दिया गया हैं। यहाँ आकर आपको बिल्कुल ऐसा लगेगा जैसे आप किसी राजसी महल में आ गए हो। यदि आपका जयपुर आना हो तो रामबाग महल में आना ना भूले ।

रामबाग महल के खुलने का समय –

  • सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक (प्रत्येक दिन)

10. गलताजी मंदिर (Galtaji Mandir)

जयपुर में स्थित गलताजी मंदिर एक पुराना हिन्दू तीर्थ स्थल हैं, गुलाबी रंग के बलुआ पत्थरों से, पहाड़ी इलाके में स्थित यह मंदिर बहुत विशाल हैं। छोटे मंदिर,प्राकर्तिक झरने, मंडप, पवित्र कुंड आदि इस मंदिर को टूरिस्ट के आकर्षण का केंद्र बनाते हैं। गलताजी मंदिर में सात पवित्र कुंड हैं, जिनमे से “गलता कुंड”सबसे ज्यादा प्रख्यात हैं। ऐसा माना जाता हैं कि गलता कुंड का पानी कभी सूखता नहीं हैं। मंदिर की दीवारों पर आपको भगवान कृष्णा के चित्र अंकित हुए मिल जायेंगे।

गलताजी मन्दिर के खुलने का समय –

  • सुबह 5 बजे से रात के 9 बजे तक

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11. बिरला मंदिर (Birla Mandir)

बिरला मंदिर, जयपुर के सबसे आकर्षक व शानदार मंदिरों में से एक हैं। इसे लक्ष्मी नारायण मन्दिर के नाम से भी जाना जाता हैं। यह मन्दिर अन्य बिरला मंदिरों की श्रंख्लाओ में से एक हैं, जिसे भव्यता व सुन्दरता के लिए पुरे जयपुर में जाना जाता हैं। सफेद संगमरमर से बने इस बिरला मंदिर का निर्माण सन् 1988 में कराया गया था। जन्माष्टमी व नवरात्रों के दौरान इस मन्दिर की रौनक देखते ही बनती हैं।

बिरला मंदिर के खुलने का समय –

  • सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक, और शाम 4 बजे से 8 बजे तक (प्रत्येक दिन)

जयपुर के अन्य प्रसिद्ध पर्यटन स्थल (More Jaipur Tourist Places in Hindi)

पर्यटन स्थल स्थल नाम स्थान
मंदिर • गोविंद देव जी मंदिर
• मोती डूंगरी मंदिर
• अक्षरधाम मंदिर
• जलेबी चौक
• मोती डूंगरी सड़क, तिलक नगर
• चित्रकूट
म्यूजियम (संग्रहालय)• अक्षरधाम मंदिर
• जयपुर मोम म्यूजियम
• डॉल म्यूजियम
• अनोखी म्यूजियम
• वैशाली नगर
• नाहरगढ़ किला, जल महल के पास
• जेएलअन मार्ग आदर्श नगर
• अनोखी हवेली खेरी गेट, अम्बर
पार्क • सिसोदिया रानी का बाग़
• कनक वृन्दावन बगीचा
• राम निवास बगीचा
• सेंट्रल पार्क
• लाल डूंगरी
• अम्बर रोड
• अशोक नगर
• प्रथ्विराज सड़क, रामबाग
चिड़ियाघर/फार्म • जयपुर चिड़ियाघर
• एलिफेटासस्टिक फार्म (हथियो का फार्म)
• म्यूजियम मार्ग, कैलाश पूरी
• दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस वे

जयपुर में कब जाना चाहिए ?

राजस्थान हमारे देश के कुछ सबसे गर्म प्रदेशो में से एक हैं, अत: राजस्थान की राजधानी जयपुर में भी काफ़ी गर्मी होती है। वैसे तो यहाँ वर्ष भर सैलानी आते रहते हैं लेकिन गर्मी के कारण आपका घूमने का मज़ा थोड़ा फीका जरूर को सकता हैं। अक्टूबर से मार्च तक का समय उन टूरिस्ट के लिए बहुत अच्छा हैं, जो गर्मी से बचकर जयपुर के सभी दर्शन स्थलों को देखने का आनंद उठाना चाहते हैं।

जयपुर कैसे पहुँचे?

हम सभी जानते है कि जयपुर एक बहुत बड़ा नगर है इसलिए आपको यहाँ आने में किसी भी तरह की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। फिर भी आपकी सहूलियत के लिए हम जयपुर पहुचने के कुछ संसाधनों के बारे में लिख रहे है। आप जयपुर रेल मार्ग, सड़क मार्ग एवं हवाई मार्ग तीनो तरीके से पहुँच सकते है।

i. रेल मार्ग द्वारा

रेल मार्ग द्वारा जयपुर पहुंचना बहुत ही आसान है क्योंकि जयपुर में कई रेलवे स्टेशन है जो देश भर कई बड़े शहरो के रेलवे स्टेशनो से जुड़े हुए हैं। भारत के बड़े शहर जैसे कोलकाता, चेन्नई, बंगुलुरु, दिल्ली आगरा, अहमदाबाद, कानपुर, मुम्बई तथा भुवनेश्वर आदि नगर जयपुर के गांधीनगर, दुर्गापुर एवं जयपुर मुख्य रेलवे स्टेशन से जुड़े हुए है। इन शहरो से नियमित रूप से जयपुर के लिए रेल गाड़ियाँ प्रस्थान करती रहती है।

ii. सड़क मार्ग द्वारा

सड़क मार्ग द्वारा जयपुर आना बड़ा ही सरल एवं सीधा है। इस गुलाबी नगर तक देश के अन्य महानगरो से बेहतर सड़के बिछी हुई है। राष्ट्रीय राजमार्ग 8, राष्ट्रीय राजमार्ग 11 तथा राष्ट्रीय राजमार्ग 12 मुख्य हाईवे है जो जयपुर को भारत के अन्य शहरो से जोड़ते है। आप आसानी से दिल्ली से 235 किलोमीटर की दूरी तय कर एवं आगरा से 220 किमी० की दूरी तय कर यहाँ पहुच सकते है। अजमेर एवं मथुरा जैसे पर्यटन स्थलों के लिए भी जयपुर से सड़क मार्ग से शुगमता से जाया जा सकता है।

iii. वायु मार्ग द्वारा

यदि आप ऐसे व्यक्ति है जो जयपुर घूमने में अधिक समय देना चाहते है ना कि जयपुर पहुँचने में। तो आपके लिए वायु मार्ग द्वारा जयपुर पहुंचना सबसे बेहतर विकल्प होगा। रेल तथा सड़क से जहाँ जयपुर पहुँचने में कई घंटे लग जाते है वही हवाईजहाज से जयपुर मात्र 2 से 3 घंटे में पहुंचा जा सकता है। आप मुम्बई से जयपुर, पुणे से जयपुर, कोलकाता से जयपुर, बंगलुरु से जयपुर तथा दिल्ली से जयपुर की फ्लाइट ले सकते है।

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FAQ (सवाल-जबाब)

सवाल – जयपुर का निर्माण किसने और कब कराया था?

जबाब – जयपुर का निर्माण राजा जयसिंह द्वितीय ने सन् 1727 में कराया था।

सवाल – जयपुर क्यों जाना चाहिए ?

जबाब – जयपुर राजा-महाराजो का भूमि रही हैं, यहाँ पर बहुत पुराने कई महल हैं जो बेहद ही खूबसूरत हैं ! किलो, महलों व अन्य ऐसे ही अद्भुत इमारतों को देखने के लिए दुनिया भर से लोग यहाँ आते हैं।

सवाल – जयपुर में टूरिस्ट के करने के लिए क्या-क्या चीज हैं?

जबाब – जयपुर में सैलानी आमेर किला, सिटी पैलेस, जंतर-मंतर, हवा महल, नाहरगढ़ किला आदि देख सकते हैं। साथ ही यहाँ के स्वादिष्ट व्यंजनों का भी आनंद उठा सकते हैं। जयपुर के होटल अपने राजसी अंदाज के लिए पूरी दुनिया में विख्यात हैं।

सवाल – जयपुर में जाने का सबसे अच्छा समय कौन-सा हैं ?

जबाब – जयपुर गर्मियों के समय बहुत अधिक गर्म रहता हैं, इसलिए जब थोड़ी ठण्ड हो तब यहाँ जाना अच्छा रहता हैं।

सवाल – जयपुर में घूमने के लिए कितने दिन पर्याप्त हैं?

जबाब – वैसे तो जयपुर को 2 या 3 दिन में घूमा जा सकता हैं, यदि आप यहाँ आकर सुन्दर महलो, राजसी होटलों, एवं लजीज व्यंजनों का भरपूर लुत्फ़ उठाना चाहते हैं तो मेरी राय में आपको कम से कम 1 सप्ताह के लिए तो जयपुर में ठहरना ही चाहिए

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आज हमने क्या जाना ?

हमने जयपुर के कुछ प्रमुख पर्यटन स्थलों (Jaipur Tourist Places in Hindi) के बारे में जाना। इन दर्शनीय स्थलों पर हर साल लाखो की तादाद में लोग घूमने के लिए आते हैं। जयपुर के ये प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सिर्फ हिंदुस्तान में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में अपनी नक्काशी व सुन्दरता के लिए जाने जाते हैं।

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