कश्मीर के 11 बेहद ही खूबसूरत पर्यटन स्थल | Kashmir Tourist Places in Hindi

कश्मीर में घुमने की जगह (Kashmir Me Ghumne Ki Jagah), जम्मू कश्मीर के पर्यटन स्थल, कश्मीर घुमने का सही समय (Jammu and Kashmir Tourist Places in Hindi, Best Time to Visit Kashmir)

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कश्मीर में घुमने की जगह – Kashmir Tourist Places in Hindi

जम्मू कश्मीर हिमालय की गोद में बसी हुई एक ऐसी जगह है जो पूरी दुनिया में अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है। आम शब्दों में कहे तो इसे धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है।

इस जगह की खूबसूरती के कारण देश ही नहीं बल्कि विदेशों से भी लाखों की तादात में पर्यटक यहां घूमने के लिए आते हैं। यहां पर दूर-दूर तक पेड़ पौधे व मकान आदि सभी चीजें बर्फ की चादर से ढकी हुई होती हैं जो पर्यटको के मन को अधिक आकर्षित करती हैं। यहां पर मन को सुकून और शांति मिलती है ।

अगर आप यहां घूमने जाना चाहते हैं तो हम आपको इस आर्टिकल के द्वारा यह बताना चाहते हैं कि जम्मू कश्मीर कितनी खूबसूरत जगह है। और हम आपको जम्मू और कश्मीर के पर्यटन स्थल (Kashmir Tourist Places in Hindi) के बारे में बताएंगे जो जनसामान्य के बीच काफी प्रसिद्ध है।

जम्मू एवं कश्मीर का इतिहास संक्षेप में (Brief History of Jammu and Kashmir in Hindi)

जम्मू और कश्मीर भारत देश का एक केंद्र शासित प्रदेश है। 5 अगस्त 2019 से पहले यह एक राज्य था जिसे 5 अगस्त 2019 को लद्दाख एवं जम्मू और कश्मीर नाम से दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने का प्रस्ताव लाया गया। इस प्रदेश का इतिहास बहुत ही संघर्ष भरा रहा है, जब भारत आजाद हुआ तब राजा हरि सिंह का यहाँ पर शासन था। राजा हरि सिंह इस राज्य को भारत एवं पाकिस्तान दोनों देशों से अलग रखना चाहते थे लेकिन पाकिस्तान इस पर कब्ज़ा करना चाहता था। पाकिस्तान के डर से हरि सिंह ने सरदार बल्लभ भाई पटेल से मदद माँगी एवं कई प्रयासों के बाद जम्मू कश्मीर का एक बड़ा हिस्सा भारत में शामिल हुआ था।

राज्य जम्मू और कश्मीर
राजधानी श्रीनगर (मई-अक्टूबर)
जम्मू (नवम्बर-अप्रैल)
जिले 20
आधिकारिक भाषा हिंदी, कश्मीरी, डोगरी, अंग्रेजी
केंद्र शासित प्रदेश बना?31 अक्टूबर, 2019 को
क्षेत्रफल 42241 वर्ग किमी०
जनसंख्या लगभग 1 करोड़ 35 लाख
प्रमुख धर्म जम्मू क्षेत्र (हिन्दू)
कश्मीर क्षेत्र (मुस्लिम)

जम्मू -कश्मीर के पर्यटन स्थलों की सूची (List of Jammu and Kashmir Tourist Places in Hindi)

चाहे आप देश के किसी भी कोने में घूम लिए हो, यदि आपने जम्मू-कश्मीर नहीं देखा तो आपने वास्तविकता में असली पर्यटन स्थल तो देखे ही नहीं। कश्मीर में बहुत से खूबसूरत टूरिस्ट प्लेस है जो इस भूमि को धरती का स्वर्ग के नाम से पुरे विश्व में प्रसिद्ध करती है। आइये डालते है एक नजर जम्मू और कश्मीर के टूरिस्ट प्लेस पर –

1. डल झील (Dal Jhil)

डल झील भारत के कश्मीर और श्रीनगर की सबसे प्रसिद्ध और सुंदर झील है। यह झील 26 वर्ग किलोमीटर में फैली हुई है। इस झील का तीन पहाड़ियों के संगम के बीच में बना होना पर्यटक को को सबसे ज्यादा आकर्षित करता है।

आकार के हिसाब से यह जम्मू कश्मीर की दूसरी सबसे बड़ी झील है क्योंकि कश्मीर घाटी की बहुत सी झीलें इसमें आकर मिल जाती हैं। डल झील के अंदर गगरी बल, लोकुट डल, नागिन और बोडल नाम के चार प्रसिद्ध जलाशय हैं।

जम्मू कश्मीर के आकर्षण का केंद्र तो डल झील ही है। जो पर्यटक यहां पर्यटन के लिए आते हैं वह हाउसबोट का नजारा लेना बिल्कुल नहीं भूलते। हाउसबोट को शिकारा भी कहा जाता है। डल झील की एक खास बात यह भी है की यहां पर सभी जलाशय के बीच में छोटे छोटे द्वीप बने हुए हैं।

यहां पर तीर्थ स्थलों की आराम दायक और संतुष्टि पूर्ण यात्रा आप शिकारे के माध्यम से कर सकते हैं। यहां पर शॉपिंग भी शिकारे से करनीपड़ेगी क्योंकि यहां पर सभी दुकानें शिकारे में बने हुए होती हैं।

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2. वैष्णो देवी मंदिर (Vaishno Devi)

वैष्णो देवी मंदिर भारत के जम्मू कश्मीर में त्रिकूट पर्वत पर स्थित शक्ति को समर्पित एक पवित्र मंदिर है। त्रिकूट पर्वत पर एक गुफा बनी हुई है जिसके अंदर प्राकृतिक रूप में तीन पिंडी बनी हुई है ये पिंडी देवी सरस्वती, देवी लक्ष्मी, देवी काली की है। इन तीनों देवियों की सम्मिलित रूप मे ही मां वैष्णो देवी यहां विद्यमान है।

इस मंदिर की आराध्य देवी को मुख्यत माता रानी और वैष्णवी के नाम से जाना जाता है।

एक किवदंती के अनुसार 7000 से अधिक साल पहले भैरवनाथ ने एक सुंदर कन्या को देखा जो मां वैष्णो देवी थी और भैरवनाथ उसका पीछा करने लगे ,पीछा करने के दौरान देवी को प्यास लगी और उन्होंने पृथ्वी पर एक तीर चलाया जहां से झरना निकला था।

ऐसा कहा जाता है कि इस तीर्थ स्थान का निर्माण 700 वर्ष पहले एक ब्राह्मण पुजारी द्वारा कराया गया था जिनका नाम पंडित श्रीधर था जो माता के अनन्य भक्त थे। माता वैष्णवी यहां पर अदृश्य रूप में विद्यमान है इसीलिए यह स्थान वैष्णो देवी तीर्थ कहलाता है।

3. अमरनाथ मंदिर (Amarnath)

अमरनाथ मंदिर कश्मीर राज्य के श्रीनगर शहर के उत्तर पूर्व में स्थित हिंदुओं का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है। हिमालय की गोद में स्थित भगवान शिव को समर्पित इस मंदिर से लाखों करोड़ों भक्तों की आस्था जुड़ी हुई है। इस पवित्र स्थल को तीर्थों का तीर्थ भी कहा जाता है ।

इस स्थान के दर्शन बेहद दुर्लभ हैं बड़ी दिक्कतों के बाद भक्त यहां पर पहुंचते हैं ।मान्यता है कि इस पवित्र गुफा के दर्शन करने से भक्तों की सभी मुरादें पूरी होती हैं। इस पवित्र मंदिर का अपना एक ऐतिहासिक महत्व है। इस पवित्र गुफा में हर साल बर्फ से बहुत सुंदर शिवलिंग बनता है इसीलिए इसे बर्फानी वाले बाबा, शंभू हिमानी शिवलिंग आदि के नाम से भी जाना जाता है।

अमरनाथ की यात्रा पूरे साल में करीब 45 दिन की होती है ।यह गुफा चारों ओर से बर्फीली पहाड़ियों से घिरी हुई है।

कहा जाता है कि मध्यकालीन समय के बाद 15 वी शताब्दी में दोबारा धर्मगुरु द्वारा इसे खोजने से पहले लोग इस गुफा को भूलने लगे थे। इस गुफा से संबंधित एक कहानी भृगु मुनि की है कहां जाता है कि कश्मीर घाटी एक बार जलमग्न हो गई। इसके बाद जब पानी सूखने लगा तब सबसे पहले भृगु मुनि ने ही भगवान अमरनाथ के दर्शन किए थे।।

इसके बाद जब लोगों ने इसके बारे में सुना तो यह भोलेनाथ का शिवलिंग कहलाने लगा और श्रद्धालु अमरनाथ के दर्शन के लिए आने लगे। हिंदू मान्यता के अनुसार इस गुफा में भगवान शिव ने माता पार्वती को जीवन के अमरत्व के बारे में बताया था।

4. कटरा (Katra)

कटरा भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के रियासी जिले में स्थित एक नगर है। कटरा को कटरा वैष्णो देवी के नाम से भी जाना जाता है साथ ही यह जिले में तहसील का दर्जा भी रखता है। इस रियासी जिले से ही वैष्णो देवी की यात्रा शुरू होती है और यह जम्मू शहर से 42 किलोमीटर दूरी पर स्थित त्रिकूट पर्वत की तलहटी में बसा हुआ है।

हाल ही में इसे भारतीय रेलवे द्वारा जोड़ा गया पहले यह सिर्फ सड़कों और राज्य मार्गों से जुड़ा हुआ था। कटरा रेलवे स्टेशन का उद्घाटनभारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 जुलाई 2014 को किया था। वायु मार्ग द्वारा भी यहां की यात्रा सुलभ हो गई है

यह वैष्णो देवी गुफा के लिए काफी प्रसिद्ध है। कटरा में मां वैष्णो देवी गुफा के अलावा भी कई धार्मिक एवं पवित्र पर्यटन स्थल मौजूद है। यहां पर हर साल लाखो हजारों लोग पर्यटन के लिए आते हैं।

5. पटनीटॉप (Patnitop)

पटनीटॉप जम्मू और कश्मीर के उधमपुर जिले में स्थित एक सुंदर हिल रिजॉर्ट है। इस हिल स्टेशन पर घास के मैदान, भव्य दृश्य और हिमालय की चोटी की सुंदर दृश्य दिखाई देते हैं इसीलिए यह जम्मू और कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में सम्मिलित है। अगर आप कश्मीर घूमने जाएं तो पटनीटॉप जाना ना भूलें।

इस हिल रिसॉर्ट में ऐसी प्राकृतिक खूबसूरत जगह हैं जो आपके मन को मंत्र मुक्त कर देगी। कहा जाता है कि इसका पुराना नाम पाटन दा तालाब हुआ करता था जिसका अर्थ था राजकुमारी का तालाब। यहां राजकुमारी रोज स्नान करने के लिए आया करती थी इसीलिए इसे राजकुमारी का तालाब कहा जाता था।

पटनीटॉप का वातावरण मन को बहुत ही सुकून पहुंचाता है यहां पर खूबसूरत हरियाली पर्यटको के मन को काफी आकर्षित करती हैं।

यह समुद्र से लगभग 2024 मीटर की ऊंचाई पर स्थित एक शानदार रिसोर्ट है। यहां पर नत्था टॉप, माधोटॉप, नाग मंदिर घूमने की अच्छी जगह है।

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6. पहलगाम (Pahalgam)

गाम कोचर बाहुली घाटी के नाम से जाना जाता है। यह 7200 फीट की ऊंचाई पर श्रीनगर से 95 किमी की दूरी पर स्थित है। पहलगाम घने जंगलों, घास के मैदानों और हिमाचल पर्वत वाले हिमालय पर्वतो से घिरा हुआ है।

यह चंदन वती अमरनाथ मार्ग को भगवान शिव की पहाड़ी गुफा तक पहुंचने की कोशिश कर रहे पर्यटको द्वारा पसंद किया गया है यह अमरनाथ यात्रा के दौरान आधार शिविर के रूप में कार्यरत है। यहां पर पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण सफेद पानी राफ्टिग सुविधा है।

पहलगाम का इतिहास पौराणिक कथा ,धर्म, तीर्थ यात्रा में से एक है। स्थानीय लोगों ने इसे ,चरवाहों की घाटी ,के रूप में संबोधित किया। क्योंकि यहां चरवाहों द्वारा अपने भेड़ बकरियों को चराया जाता था। यह स्थान अमरनाथ गुफा के रास्ते में आता है। पहलगाम की स्थाई आबादी 10,000 से अधिक नहीं होगी लेकिन पर्यटको की अस्थाई आबादी अनंतनाग जिले में इस स्थान को सबसे महत्वपूर्ण बना देती है।

मुगल काल में पहलगाम स्वतंत्र कश्मीर का एक हिस्सा था। पहलगाम के इतिहास में काफी उतार-चढ़ाव आए इसके अतीत को देखते हुए क्षेत्र की आबादी का अधिकांश हिस्सा मुस्लिम था। हिंदू राजाओं पर काफी अत्याचार हुए। इस प्रकार आज भी कश्मीर की पहचान जम्मू के लोग हैं जो मुख्य रूप से मिश्रित हिंदू मुस्लिम और बोध वंश के हैं। इस तरह पहलगाम ने अमरनाथ यात्रा करने वाले तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए महत्वपूर्ण स्थान हासिल किया।

अंत में पहल गांव का इतिहास मिथक, रहस्य और पौराणिक कथाओं में उभरा है। यह जम्मू और कश्मीर राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक परंपरा का उदाहरण है।

7. गुलमर्ग (Gulmarg)

गुलमर्ग भारत के जम्मू और कश्मीर प्रदेश का एक हिल स्टेशन है पहले इसका नाम गौरी मार्ग हुआ करता था जिसे युसूफ शाह चक ने 16 शताब्दी में बदलकर गुलमर्ग कर दिया। यह देश के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है क्योंकि इसकी सुंदरता इतनी मोहक है कि इसे धरती का स्वर्ग भी कहा जाता है।

गुलमर्ग में कई फिल्मों की शूटिंग भी हुई है और यहां देश का सबसे बड़ा स्कीइग और गोल्फ कोर्स है। कहा जाता है कि कश्मीर धरती की जन्नत है और जन्नत को हसीन बारामुला जिले में स्थित गुलमर्ग बनाता है क्योंकि यह स्थान फूलों का प्रदेश भी है। यहां पर बर्फ से ढकी चोटियां, देवदार के लंबे लंबे पेड़ और घास के हरे भरे मैदान मन को मोह लेते हैं।

मुगल बादशाह जहांगीर अपनी छुट्टियां बिताने गुलमर्ग आया करते थे तभी उन्होंने यहां पर विभिन्न प्रकार के फूलों का बगीचा लगवाया था।

ब्रिटिश शासन काल के दौरान अंग्रेजों ने गोल्फ खेलने के लिए 1904 में गोल्फ कोर्स का निर्माण कराया। गुलमर्ग में भव्य शिव मंदिर का निर्माण राजा हरि सिंह की पत्नी महारानी मोहिनी बाई ने 1915 में कराया था।

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8. लेह लद्दाख (Leh Ladakh)

लेह लद्दाख अपने प्राचीन मठों, पर्वतों, अन्य धार्मिक स्थलों, वन्यजीव सफारी आदि के लिए प्रसिद्ध है। इसकी एक विशेषता यह भी है कि यह भारतीय, तिब्बती और बौद्ध धर्म का एक मिश्रण है।

19वीं शताब्दी के दौरान राज्य के जन्म से पहले लद्दाख के बारे में जानकारी दुर्लभ है। राज्य की स्थापना से पहले लद्दाख को शायद ही एक राजनैतिक इकाई माना जा सकता हो। जब तिब्बती साम्राज्य की प्रारंभिक पतन हुआ तब सीमावर्ती क्षेत्र स्वतंत्र शासकों के अधीन स्वतंत्र राज्य बन गए। जिनमें से ज्यादातर तिब्बती शाही परिवार की शाखाओं से आए थे।

लद्दाख भारत का एक केंद्र शासित प्रदेश है। भारत की संसद ने अगस्त 2019 में जब जम्मू कश्मीर में पुनर्गठन 2019 अधिनियम पारित किया तब 31 अक्टूबर 2019 को लद्दाख एक केंद्र शासित प्रदेश बन गया। क्षेत्रफल की दृष्टि से यह सबसे बड़ा केंद्र शासित प्रदेश है और जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा।

लद्दाख उत्तर में का कोरम पर्वत और दक्षिण में हिमालय पर्वत के बीच में स्थित है। यहां पर मुख्यतः बौद्ध और मुस्लिम धर्म के लोग रहते हैं।

9. सोनमर्ग (Sonmarg)

सोनमार्ग जम्मू और कश्मीर का एक पर्वतीय पर्यटन स्थल है। जो भारत के जम्मू और कश्मीर राज्य के गांदरबल जिले में 300 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इससे आगे जाने पर अधिक ऊंचे पर्वत और कई प्रसिद्ध ग्लेशियर स्थित है और यह पहाड़ों से घिरा हुआ स्थान है।

सोनमर्ग का शाब्दिक अर्थ है सोने के मैदान

यह बसंत ऋतु में सुंदर फूलों से सराबोर हो जाता है इसीलिए इसका नाम सोनमर्ग पड़ गया। यह जम्मू व कश्मीर में स्थित एक खूबसूरत जगह है। यहां पर आकर्षण का केंद्र यहां की झीलें भी हैं जो इस प्रकार हैं गंगाबल झील, बिशनसर झील, कृष्ण सर झील, गदासर झील।

थाजीवास ग्लेशियर सोनमर्ग को लोकप्रिय पर्यटन स्थल बनाता है। सोनमर्ग की सुंदरता को देखते हुए यहां पर हर साल बहुत से पर्यटक पर्यटन के लिए आते हैं और यहां के आकर्षक नजारे का लुफ्त उठाते हैं।

10. उधमपुर (Udhampur)

उधमपुर भारत के जम्मू और कश्मीर प्रदेश का एक नगर है और यह उधमपुर जिले का मुख्यालय भी है। यह हिंदू के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल वैष्णो देवी मंदिर के निकट स्थित है।

जम्मू, कश्मीर और लद्दाख की जिम्मेदारी लेते हुए उधमपुर में मुख्यालय उत्तरी कमान की स्थापना 1971 के बाद की गई क्षेत्र की देखभाल के लिए जून 1972 में 2 कोर के साथ उधमपुर में उत्तरी कमान बनाने का निर्णय लिया गया।

यह केंद्र शासित प्रदेश की शीतकालीन राजधानी जम्मू से लगभग 20 मीटर उत्तर पूर्व में शिवालिक रेंज की घाटी में स्थित है। इसका नाम डोंगरा वंश के संस्थापक गुलाब सिंह के सबसे बड़े बेटे उधम सिंह के नाम पर रखा गया था। वैष्णो देवी मंदिर के निकट स्थित होने के कारण यह भी पर्यटन का मुख्य केंद्र है।

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11. कुपवाड़ा (Kupwada)

कुपवाड़ा जम्मू व कश्मीर के जिलों में एक जिला है। यह पीर पंजाल और शम्सबरी पर्वत के मध्य समुद्र तल से 5300 मीटर ऊंचाई पर स्थित ऐतिहासिक दृष्टि से एक प्रसिद्ध नगर है। यह भारत के उत्तरी पश्चिमी भाग में स्थित है।

कुपवाड़ा जम्मू जिले के दक्षिण पश्चिम से लेकर उत्तर पूर्व तक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की सीमा से जुड़ा हुआ है। इसके पूर्व में बांदीपुर जिला और दक्षिण में बारामुला जिला है।

कुपवाड़ा का इतिहास बहुत ही विशिष्ट है क्योंकि लोगों का मानना है कि यहां की स्थानीय भाषा के कारण ही इसका नाम कुपवाड़ा पड़ा। यहां के निवासी झोपड़ी बनाकर रहते थे जिनको कोपरा कहा जाता था और वे लूटपाट किया करते थे इसीलिए यहां के निवासी कुपरा कहे जाने लगे और उनकी बस्ती को वाड़ा कहा जाने लगा।

जम्मू – कश्मीर घूमने का सही समय (Best Time to Visit Jammu and Kashmir)

जम्मू और कश्मीर एक ऐसी जगह है जहाँ जाने के लिए आपको सही समय के बारे में सोचने की जरुरत ही नहीं है। यह क्षेत्र वर्ष के 12 महीने ही अपने सुहावने मौसम के साथ सुन्दरता बनाए रखता है।

यदि आप बर्फवारी देखने का शौक रखते है तो ठण्ड के मौसम मतलब नवम्बर से मार्च की बीच आपके लिए कश्मीर घूमने का सही समय होगा। यह मौसम बहुत अधिक ठंडा होता है जिस कारण आपको घूमने में थोड़ी परेशानी आ सकती है।

यदि आप कश्मीर का धरती के स्वर्ग का रूप देखना चाहते है तो मार्च से अगस्त का समय आपकी सभी उम्मीदे पुरी कर सकता है। क्योंकि यहाँ अधिक गर्मी नहीं पड़ती इसलिए इसे जम्मू-कश्मीर देखने के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। यह वही समय है जब सबसे अधिक मात्रा में पर्यटक यहाँ घूमने के लिए आते है।

महीनान्यूनतम/अधिकतम तापमान मौसम
मार्च – मई 20-30 °Cथोड़ा गर्म
जून – सितम्बर 16-30 °Cबरसात
अक्टूबर – नवम्बर 9-20 °Cसुहावना
नवम्बर – फरवरी 2-11 °Cबहुत ठण्ड

जम्मू और कश्मीर कैसे पहुँचे? (How to Reach)

किसी भी देश या शहर में घूमने जाने से पहले सबसे प्रथम प्रश्न जो हमारे दिमाग में आता है वो है वहाँ जाने का सबसे आसन माध्यम। ठीक ऐसे ही कश्मीर जाने का सही एवं आसान माध्यम पता होने से हमे बहुत आसानी होती है। आइये जानते है जम्मू-कश्मीर आसानी से कैसे पहुँचे –

सड़क मार्ग द्वारा –

यदि हम जम्मू-कश्मीर के किसी पास वाले प्रदेश में रहते है तो हमारे लिए सड़क से पहुचना बड़ा ही आसान हो सकता है। जम्मू और कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग 1 तथा 44 से देश के कई बड़े नगरो से जुड़ा हुआ है इस रास्ते आप जम्मू तथा कश्मीर घाटी को संयुक्त करने वाली जवाहर सुरंग पर भी पहुचते है। अमृतसर, श्रीनगर तथा पाटनीटॉप से कश्मीर के भिभिन्न पर्यटन स्थलों पर पहुँचा जा सकता है।

रेल मार्ग द्वारा –

जम्मू और कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में तो अभी कोई रेलवे स्टेशन नहीं है लेकिन आप जम्मू तावी रेलवे स्टेशन पहुँच सकता है। जिसकी श्रीनगर से दूरी लगभग 300 किलोमीटर है। जम्मू-तावी रेलवे स्टेशन पर आने के लिए आपको सीधे दिल्ली से कई ट्रेने मिल जाएगी। जम्मू-तावी एक्सप्रेस, नई-दिल्ली जम्मू तावी राजधानी एक्सप्रेस एवं जम्मू मेल आदि कई ट्रेनों से आप जम्मू जा सकते है।

वायु मार्ग द्वारा –

जम्मू-कश्मीर जाने के लिए आप देश के कई बड़े शहरों से श्रीनगर एअरपोर्ट के लिए उड़ान भर सकते है। यह एअरपोर्ट मुख्य शहर से मात्र 15 किमी० की दूरी पर स्थित है। श्रीनगर एअरपोर्ट के लिय दिल्ली, गोवा, बैंगलोर, मुंबई, लेह आदि से फ्लाइट ली जा सकती है।

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FAQ (जम्मू-कश्मीर के बारे में सवाल-जबाब)

कश्मीर पर्यटन के लिए क्यों प्रसिद्ध है?

कश्मीर अपनी प्राकर्तिक सुन्दरता के लिए प्रसिद्ध है अपनी ख़ूबसूरती के कारण ही इसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है।

जम्मू से श्रीनगर की दूरी कितनी है?

जम्मू से श्रीनगर की दूरी मात्र 262 किमी० है।

कश्मीर में घूमने लायक क्या है?

कश्मीर में बहुत से पर्यटन स्थल है, झीले है, सुन्दर पर्वत, एवं पवित्र स्थान घूमने लायक जगह है।

कश्मीर में सबसे खूबसूरत जगह कौन सी है?

कश्मीर में कई खूबसूरत जगह है जैसे सोनमर्ग, डल झील आदि

आज हमने क्या जाना?

आज हमने कश्मीर में घुमने की जगह (Kashmir Tourist Places in Hindi) के इस लेख में जम्मू और कश्मीर के कुछ पर्यटन स्थलों के बारे में जानकरी प्राप्त की। हमने जम्मू और कश्मीर के पर्यटन स्थल, कश्मीर घुमने के सही समय एवं Kashmir Me Ghumne Ki Jagah के बारे में बात की। आशा करते है आपको यह लेख बेहद पसंद आया होगा, किसी और शहर के टूरिस्ट प्लेस के बारे में जानने के लिए कमेंट अवश्य करे।

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