बाजरा क्या है (Millet in Hindi) बाजरे की रोटी खाने के फायदे, बाजरे की रोटी के नुकसान (Bajra Ke Fayde, Millet or Bajra Benefits in Hindi, Bajra in Hindi)

जब हमारे देश में अनाज के उपयोग की बात आती है तो सबसे ज्यादा गेहू और चावल को ही प्राथमिकता दी जाती है। लेकिन कुछ ऐसे अनाज भी है जिनका सेवन गेहू की तरह बड़े स्तर पर तो नहीं होता लेकिन उनके सेवन के फायदे बहुत है। जौ, बाजरा, रागी, ज्वार आदि कुछ ऐसे ही अनाज है, आज हम बात करने वाले है बाजरे की। आइये जानते है बाजरा के फायदे एवं बाजरा खाने के नुकसान के बारे में –
बाजरा क्या है? (Millet in Hindi)
बाजरा एक तरह का अनाज होता है, इस के दाने देखने में छोटे छोटे होते हैं। भारत सहित कई अफ्रीकन और एशियाई देशों में बाजरे का काफी इस्तेमाल किया जाता है। एशिया और अफ्रीका में दुनिया का 97% बाजरा उगाया जाता है। बाजरे का उपयोग पशुओं के चारों के रूप में भी किया जाता है। कई सालों से बाजरा मनुष्य और पशुओ के आहार का हिस्सा बना हुआ है।
बाजरा पोषक तत्वों से भरतपुर एक पूर्ण अनाज होता है जो कई स्वास्थ्य संबंधी समस्या में काम आता है। बाजरे का बोटैनिकल नाम पनीसेतुम ग्लौसम होता है जो घास फैमिली से ताल्लुक रखता है। बाजरा आधे सूखे और आधे गिले क्षेत्रों में उगाया जाता है, इसकी बुआई जमीन से लगभग 4 पॉइंट 5 मीटर ऊपर की जाती है।
अनाज | बाजरा |
वैज्ञानिक नाम | पेनिसेटम ग्लूकोम |
हिंदी नाम | बाजरा, बाजड़ा, लाहरा |
परिवार | पोएसी (Poaceae) |
बाजरे की बनावट व रंग | मोती जैसा सफ़ेद, भूरा, पीला, एवं ग्रे रंग का |
अधिक उत्पादन करने वाले देश | भारत, नाइजीरिया, चीन, नाइजर |
अधिक उत्पादन करने वाले प्रदेश | राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, व हरियाणा |
बाजरा के पोषक तत्व (Nutritional Value of Bajra in Hindi)
बाजरे में काफी सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसमें लसलसापन नहीं होता , जिस कारण अम्ल नहीं बन पाता और इसको हजम करना आसान हो जाता है। बाजरे में ग्लूकोज, लोहा, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जस्ता और पोटेशियम जैसे तत्व अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इन सारे तत्वों का भोजन में मौजूद होना बहुत ही जरूरी होता है।
इन पोषक तत्वों के अलावा बाजरे में कैरोटीन, नियासिन, विटामिन बी 6 और फोलिक एसिड भी पाए जाते हैं। बाजरे में मिलने वाला लेसीथीन शरीर के स्नायु तंत्र को मजबूत बनाता है।
यदि नियमित रूप से बाजरे का सेवन रोटी के रूप में किया जाए तो भारत के अधिकांश जनसंख्या कुपोषण से मुक्त हो सकती है। वैसे तो बाजरे को मोटा अनाज कहा जाता है लेकिन पोषक तत्वों से समृद्ध होने के कारण इसे न्यूट्रिया मिलेट्स/न्यूट्रिया सीरियल्स कहां जाता है। इसमें इतने सारे पोषक तत्व मौजूद होने के बावजूद इस अनाज का सेवन कुछ लोग ही करते हैं। इस अनाज की फसल भारत में कम ही उगाई जाती है।
तालिका – नीचे दी गयी तालिका में बाजरे की 100 ग्राम मात्रा के अनुसार पौषक तत्वों का मूल्य निर्धारण किया गया है. 100 ग्राम बाजरा में प्रोटीन की मात्रा 12 से 14 ग्राम एवं 365 किलो कैलोरी हो सकती है.
पौषक तत्व | मात्रा (ग्राम में ) |
कार्बोहाइड्रेट्स | 67 |
प्रोटीन | 12-14 |
खनिज | 2.2 |
वसा | 4.95 |
फाइबर | 2 |
कैल्शियम | .042 |
फॉस्फोरस | .285 |
आयरन | .008 |
बाजरे के उपयोग (Uses of Millet in Hindi)
बाजरे को गुणों का भंडार माना जाता है । ठंड के मौसम में भारत में लोग बाजरे की रोटी का सेवन करते हैं और यह शरीर के लिए अच्छा होता है क्योंकि यह है शरीर में गर्माहट लाता है। इसके अलावा इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन और पोषक तत्व होते हैं जो कि शरीर को ताकत देने में सक्षम होते हैं। यह औषधि के रूप में भी काम आता है। बाजरे का उपयोग हम कई तरीकों से कर सकते हैं –
- बाजरे की रोटी बनाकर हम उसका सेवन कर सकते हैं।
- पेट दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए बाजरे को भूलकर, पोटली बनाकर पेट पर रखने से आराम मिलता है।
- मिर्गी के इलाज में बाजरे की रोटी को दही के साथ शर्करा मिलाकर खाने से राहत मिलती है।
- बाजरा पाचन को दुरुस्त रखने के साथ-साथ कई बीमारियों से भी बचाता है।
- बाजरे का नियमित सेवन करने से शरीर में एनर्जी बनी रहती है।
- बाजरा कोलेस्ट्रॉल लेबल को कंट्रोल करने में मदद करता है जिससे आपका हृदय स्वस्थ बना रह सकता है।
- बाजरे का नियमित रूप से सेवन पाचन क्रिया को दुरुस्त बनाता है।
- नियमित रूप से बाजरे का सेवन डायबिटीज जैसी समस्या से भी आप को दूर रखता है।
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बाजरे की रोटी खाने के फायदे (Millet Benefits in Hindi)
वैसे तो हम सभी के घरों में गेहूं के आटे से बनी रोटी खाई जाती हैं लेकिन कई ऐसी जगह भी है जहां लोग गेहूं की रोटी के अलावा बाजरे के अनाज से बनी रोटी खाना पसंद करते हैं क्योंकि बाजरा पाचन क्रिया को ठीक रखता है और कई बीमारियों से भी बचाता है। तो इसीलिए हम आपको बाजरे की रोटी खाने के कुछ फायदे बताएंगे-
1. कब्ज के लिए बाजरे के फायदे
बाजरे के आटे में ग्लूटेन फ्री गुण होता है और यह फाइबर से युक्त होता है। यदि सर्दियों के मौसम में बाजरे की रोटी का सेवन नियमित रूप से करते हैं तो पेट में होने वाली कई समस्याओं से आप निजात पा सकते हैं और इसके अलावा बाजरे में लस लसापन होता है जिसके कारण अम्ल नहीं बनता और खाना जल्दी पच जाता है इसी वजह से कब्ज की समस्या नहीं होती। और पेट से जुड़ी समस्याएं भी नहीं होती।
2. डायबिटीज में बाजरे का उपयोग
बाजरे की रोटी का सेवन डायबिटीज में भी काफी अच्छा होता है क्योंकि बाजरे के आटे में प्रीबायोटिक गुण होते हैं जिस कारण डायबिटीज के मरीजों के लिए इसे काफी फायदेमंद माना जाता है। बाजरे से बनी रोटी का नियमित रूप से सेवन करने से डायबिटीज की समस्या को काफी हद तक सही किया जा सकता है। एक शोध के अनुसार डायबिटीज के मरीजों के लिए बाजरे को एक अच्छा उपचार माना गया है।
3. वजन कम करने में बाजरे के फायदे
बाजरे को मोटापे को कम करने के लिए एक अच्छा स्रोत माना गया है क्योंकि बाजरे में प्रोटीन पाया जाता है । इसीलिए बाजरे की रोटी खाने के बाद आपका पेट काफी देर तक भरा रहता है ऐसे में आप अधिक खाना खाने से बच जाते हैं इसी वजह से वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। और वजन कम करने वालों के लिए एक अच्छा उदाहरण है यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो इसका नियमित रूप से सेवन करें।
4. ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर
बाजरे में ओमेगा 3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह तत्व सभी के शरीर के लिए आवश्यक होता है, यह शरीर की कोशिकाओं को ठीक रखने का काम करता है लेकिन शरीर में यह अपने आप नहीं बनता है। यह एक पॉली अनसैचुरेटेड फैट होता है। जिसे आप भोजन से प्राप्त कर सकते हैं और बाजरा एक ऐसा अनाज है जिसके सेवन से आपके शरीर को omega-3 मिल जाता है। एक अध्ययन में बताया गया है कि बाजरे में दूसरे अनाजों की तुलना में अधिक ओमेगा 3 फैटी एसिड पाया जाता है।
5. प्रतिरक्षा तंत्र के लिए बाजरे का उपयोग
बाजरा प्रतिरक्षा तंत्र को मजबूत बनाए रखने का काम करता है क्योंकि बाजरे में कई ऐसे गुण होते हैं जो आपके शरीर के दूषित पदार्थों को बाहर निकालने में मददगार माने जाते हैं। इस स्थिति में आप लीवर और किडनी जैसी परेशानियों से बच सकते हैं और साथ ही साथ आपका प्रतिरक्षा तंत्र भी मजबूत बना रहता है और स्वास्थ्य ठीक बना रहता है।
6. ह्रदय स्वास्थ्य बेहतर बनाने में बाजरे के फायदे
बाजरा हृदय स्वास्थ्य के लिए काफी उत्तम माना जाता है क्योंकि बाजरे में मैग्नीशियम, पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है इन तत्वों की मौजूदगी के कारण बीपी और हृदय रोगियों के लिए बाजरे से बनी रोटी बहुत लाभकारी हो सकती है। इसके अतिरिक्त बाजरे के सेवन से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित रहता है जिस कारण हार्ट अटैक जैसी समस्याओं से बचाव होता है।
7. हड्डियों के लिए बाजरे का लाभ
हड्डियों की मजबूती के लिए बाजरा बहुत उपयोगी होता है क्योंकि बारे में कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे तत्व पाए जाते हैं। और इन तत्वों का हड्डियों की मजबूती के लिए शरीर में मौजूद होना बहुत ही जरूरी होता है। यदि मनुष्य के शरीर में कैल्शियम और मैग्नीशियम सही मात्रा में मौजूद होते हैं तो बढ़ती उम्र के साथ ये तत्व हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं और बुढ़ापे में हड्डियों मेंदर्द जैसी शिकायत कम होती है।
8. कैंसर से बचाव में बाजरे के फायदे
बाजरे की रोटी का सेवन कैंसर से बचाव के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है । एक अध्ययन के अनुसार बताया गया है कि बाजरे में एंटी कैंसर गुण होते हैं जो कैंसर की कोशिकाओं को शरीर में बनने से रोकते हैं इसलिए बाजरे की रोटी का नियमित रूप से सेवन करना चाहिए ताकि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सके।
9. प्रोटीन पूर्ति के लिए बाजरे के फायदे
सभी जीवित प्राणियों के स्वास्थ्य के लिए उनके शरीर में प्रोटीन का सही मात्रा में होना बहुत जरूरी है क्योंकि प्रोटीन एक ऐसा तत्व है जिससे शरीर को ऊर्जा प्राप्त होती है। बाजरे में प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है।
यदि आप प्रोटीन युक्त भोजन ग्रहण करते हैं तो शरीर में नए सेल्स का निर्माण होता है और साथ ही साथ मसल्स को मजबूती भी मिलती है। इसके अलावा प्रोटीन युक्त भोजन ग्रहण करने से काफी देर तक भूख नहीं लगती और पेट भरा भरा रहता है इससे वजन को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
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बाजरे की रोटी के नुकसान (Bajra Khane Ke Nuksan)
जैसा कि हमने बताया बाजरे में काफी सारे औषधिय गुण मौजूद होते हैं और यह शरीर के लिए काफी फायदेमंद होता है तो इसी कारण बाजरे से बनी रोटी खाने में ज्यादा नुकसान तो नहीं होता लेकिन फिर भी कुछ नुकसान के बारे में हम आपको बताएंगे –
- बाजरे में गोइट्रोजन पाया जाता है जो थायराइड हारमोंस के उत्पादन को उत्तेजित करता है।
- बाजरे के अधिक सेवन से थायराइड की समस्या हो सकती है।
- बाजरे से बनी रोटी का सेवन करने से त्वचा रूखी रहने लगती है।
- बाजरे का नियमित रूप से सेवन करने से घेंघा, चिंता, तनाव, सोचने की क्षमता मे कमी आती है।
- बाजरे की तासीर गर्म होने के कारण इसका अधिक सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है।
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बाजरे की रोटी कैसे बनाएं
बाजरे की रोटी बनाना ज्यादा मुश्किल नहीं होता है। और सर्दियों के मौसम में तो बाजरे की रोटी काफी अच्छी लगती है। और सेहत के लिए भी काफी अच्छी होती है।
बाजरे की रोटी बनाने के लिए सबसे पहले हम एक कप बाजरे का आटा लेंगे, बाजरे का आटा ताजा होना चाहिए सिर्फ 10 या 15 दिन पुराना, इससे ज्यादा पुराना आटा खराब हो जाता है। और आटा गूंथने के लिए एक कप गर्म पानी देंगे, गर्म पानी से बाजरे का आटा अच्छा बनता है। अब बाजरे के आटे को किसी बड़े बर्तन में डालेंगे और उसमें आधा चम्मच नमक डालेंगे और थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए आटे को तैयार करेंगे ।
बाजरे के आटे को ज्यादा मात्रा में तैयार नहीं कर सकते क्योंकि ज्यादा आटा खराब हो जाता है जिस से रोटी अच्छी नहीं बनती। सिर्फ एक बार में तीन से चार रोटी का आटा ही तैयार करेंगे। आटा तैयार करने के बाद तवे को गरम होने के लिए रख देते हैं और उस पर थोड़ा सा घी डाल देंगे और उसको पूरे तवे पर फैला देंगे। जब तक तवा गर्म हो, तब तक हम हाथ या बेलन से रोटी बना लेंगे। फिर रोटी को तवे पर डालेंगे। तवे पर रोटी को डालने के बाद रोटी के ऊपर थोड़ा पानी लगाएंगे जिससे की रोटी फटे नहीं। और जब रोटी एक तरफ से सीक जाए तो उसे पलट देंगे।
इसके बाद या तो रोटी को तवे पर ही सेक लेंगे या फिर सीधे आंच पर रोटी तैयार कर लेंगे। इस तरह हमारी बाजरे की रोटी बन कर तैयार हो जाएगी।
बाजरा सेवन करने का तरीका
यदि आप बाजरे।का सेवन करने के बाद कॉन्स्टिपेशन जैसी समस्या महसूस करते हैं तो हम आपको बाजरा खाने के कुछ तरीके बताएंगे जिससे आप इस सुपरफूड का लाभ उठा पाएंगे।
इसको सेवन करने के सही तरीके इस प्रकार हैं –
- जब आप बाजरे जैसे मोटे अनाज खाते हैं तो उसे ठीक से चबाकर खाना चाहिए इससे इसे पचाने में आपका पाचन तंत्र सही तरीके से काम कर पाएगा।
- शुरुआत में जब आप अपने आहार में बाजरे को शामिल करते हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि बाजरे को दिन में एक बार ही खाएं जब तक आपके शरीर को इसकी आदत न पड़ जाए। उसके बाद आप इसका सेवन तीनों समय कर सकते हैं।
- कुछ लोगों का मानना है कि बाजरे से कब्ज होता है लेकिन बाजरे के सेवन से कब्ज नहीं होता बल्कि इसको सही तरीके से चबा चबा कर ही खाना चाहिए , यदि इसकी रोटी को सही तरीके से चबाकर नहीं खाएंगे तो वह देर से पचेगी, जिससे पेट भारी सा महसूस होगा जिसे लोग कब्ज समझ लेते हैं।
- बाजरे जैसे मोटे अनाज को जब आप अपने आहार में शामिल करते हैं तो उसके साथ ही आपको पर्याप्त मात्रा में पानी का भी सेवन करना चाहिए।
- गनेरीवाल के अनुसार, बाजरे की रोटी पर घी लगाकर खाना चाहिए। कुछ लोग घी के सेवन से डरते हैं लेकिन बाजरे की रोटी के साथ जितना अधिक घी लगाया जाए उतना अच्छा होता है।
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FAQ (बाजरे के बारें में सवाल-जबाब)
एक बाजरे की रोटी में 11 से 13 ग्राम प्रोटीन एवं 112 के लगभग कैलोरी होती है। ज्यादा जानने के लिए पूरी पोस्ट पढ़े
बाजरे की तासीर गर्म होती है इसलिए इसका सेवन कम मात्रा में ही करना लाभदायक रहता है।
बाजरे की रोटी घी, दूध, मक्खन, उड़द की दाल या अन्य दाल के साथ खाने में स्वादिष्ठ लगती है।
की रोटी का सही से सेवन किया जाए तो यह बजन घटाने में बहुत करगर है।
ध्यान देने योग्य
बाजरे का सही मात्रा में सेवन करना बहुत ही लाभदायक माना जाता है, क्योंकि इसमें बेहद गुण मौजूद होते है। क्योंकि बाजरे की तासीर गर्म होती है तो इसका सेवन करते हुए ध्यान रखना चाहिए। जो लोग वात प्रक्रति के है उन्हें एक दिन में बाजरे की 1 से 2 रोटी से अधिक नहीं खानी चाहिए।
आज हमने क्या जाना?
आज हमने इस लेख में बाजरे (Millet in Hindi) के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की। हमने बाजरा खाने के फायदे (Millet Benefits in Hindi), बाजरे की रोटी खाने के फायदे (Bajra Benefits in Hindi), बाजरे की रोटी के नुकसान, बाजरा के पौषक तत्व आदि के बारे में जाना। उम्मीद करते है आपको यह आर्टिकल बेहद पसंद आया होगा, अपने सुझाव कमेंट में बताना ना भूले।
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