वेब सर्वर क्या है यह कैसे काम करता हैं? | Web Server in Hindi

वेब सर्वर क्या है (What is Web Server in Hindi), वेब सर्वर की विशेषता, उपयोगिता, लाभ या फायदे और प्रकार (Types, Features, Uses and Advantages of Web Server in Hindi)

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वेब सर्वर क्या है – Web Server in Hindi

पहले के समय में यदि हमें किसी भी प्रकार की जानकारी होती थी, तो हम या तो किताबों में जाकर ढूंढते थे या फिर किसी अनुभवी व्यक्ति से पूछते थे, तब जाकर हमें अपने प्रश्नों का उत्तर मिल पाता था। लेकिन आज के समय ऐसा नहीं है आज इन्टरनेट की मदद से हम दुनिया भर के प्रश्नों के बारे में जानकारी सेकंडो में प्राप्त कर सकते हैं। इन्टरनेट से जानकारी प्राप्त करना हमारे लिए मुमकिन हो पाता हैं वेब सर्वर के कारण।

आज के इस लेख में हम वेब सर्वर क्या है इस बारे में जानेंगे। इसलिए यदि आप भी जानना चाहते हैं की वेब सर्वर क्या है, वेब सर्वर कैसे काम करता है, वेब सर्वर कितने प्रकार के होते हैं, वेब सर्वर की उपयोगिता क्या है, वेब सर्वर के उदाहरण क्या है तो इस लेख को पूरा पढ़ सकते हैं इसमें सम्पूर्ण जानकारी दी गई है।

Table of Contents

वेब सर्वर क्या है – Web Server in Hindi

वेब सर्वर एक प्रकार का कंप्यूटर प्रोग्राम होता है, जिसका काम उपयोगकर्ता को उसके द्वारा ढूँढी गयी जानकरी उपलब्ध कराना होता हैं। जैसा कि नाम से ही आप समझ पा रहे होंगे कि सर्वर यानी कि सर्व करना मतलब बांटना। वेब सर्वर एक बहुत बड़ा डेटाबेस होता है जिस पर अनगिनत संख्या में वेब पेज अपलोड होते हैं और जब कोई यूजर सर्च इंजन में जाकर कोई भी जानकारी के लिए सर्च करता है। तब web-server अपने डेटाबेस में से उससे संबंधित सही जानकारी यानी वेब पेजेस यूजर के सामने दिखाता है जिसमें यूजर अपनी इंट्रेस्ट के अनुसार जानकारी ले पाते हैं।

वेब सर्वर दो प्रकार के होते हैं पहला मशीनी भाग यानी हार्डवेयर पार्ट और दूसरा सॉफ्टवेयर भाग, जोकि वेब सर्वर की तरह कार्य करता है। वेब पेज जिस कंप्यूटर द्वारा भेजे जाते हैं उसे वेब सर्वर कहते हैं।

किसी भी कंप्यूटर को वेब सर्वर बनाया जा सकता है अगर उसने सर्वर सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो और वह कंप्यूटर इंटरनेट से लाइव कनेक्ट हो। आजकल इंटरनेट पर बहुत सी ऐसे वेब सर्वर एप्लीकेशन हैं जो इंटरनेट पर एक वेब सर्वर की तरहडोमेन और होस्टिंग प्रोवाइड कराती हैं।

प्रत्येक वेब सर्वर का एक आईपी ऐड्रेस तथा डोमेन नाम होता है जैसे www.theinfoexpert.com/web server kya hai/में theinfoexpert.com वेब सर्वर का डोमेन नाम है और web server kya hai वेब सर्वर पर अपलोड किया गया वेब पेज है।

वेब सर्वर की कार्यप्रणाली – Working Process

आज के समय में किसी भी चीज के बारे में जानना बहुत ही आसान हो चुका है। आजकल छोटी से छोटी हो या बड़ी से बड़ी हो सब चीजों के बारे में जानकारी सेकंडो में मिल जाती है। जब हमें किसी जानकारी की आवश्यकता होती है, तब हम अपने मोबाइल या कंप्यूटर के ब्राउज़र जैसे Google Chrome ,Mozilla Firefox, Opera, Bing को ओपन करते हैं। और उसमें जिस चीज के बारे में जानना होता है उसके बारे में डालते हैं और सर्च कर लेते हैं। जिस भी प्रकार की जानकारी की आवश्यकता होती है वेब सर्वर द्वारा वह आपके सामने दिखा दी जाती हैं।

वेब सर्वर और ब्राउज़र के बीच में डाटा का आदान-प्रदान सेकंडों के समय में होता है। जैसे ही हम अपने ब्राउज़र में कुछ सर्च करते हैं तो ब्राउज़र उस डाटा को हाइपरटेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकोल(HTTP) के तहत वेब सर्वर पर पहुंचाता है, फिर वहां से वेब सर्वर आपके पूछे गए विषय से संबंधित वेबपेजेस को ढूंढता है और उन्हें वेब सर्वर ब्राउज़र को देता है फिर वही वेब पेज ब्राउजर आपको दिखाते हैं। कुछ परिस्थितियों में कुछ ऐसे विषय होते हैं जिनके बारे में वेब सर्वर पर किसी भी प्रकार का वेब पेज अपलोड नहीं किया गया होता है, तो उस स्थिति में वेब ब्राउज़र आपको 404 जैसे Error दिखाता है।

वेब सर्वर के प्रकार – Types of Web Server in Hindi

वेब सर्वर मुख्यता चार प्रकार के होते हैं जिनके बारे में क्रमश : विस्तार में बताया गया है –

  1. अपाचे वेब सर्वर (Apache Web Server)
  2. इंटरनेट इंफॉर्मेशन सर्विस (Internet Information Services)
  3. लाइट स्पीड वेब सर्वर (LiteSpeed web server)
  4. नग्नेक्स वेब सर्वर (Nginx Web Server)

चलिए अब इन सभी वेब सर्वर के बारे में एक एक करके जान लेते हैं –

1. अपाचे वेब सर्वर (Apache Web Server in Hindi)

अपाचे वेब सर्वर एक ओपन सोर्स वेब सर्वर है जिसे यूजर अपने अनुसार कस्टमाइज कर सकता है। यह अपाचे सॉफ्टवेयर फाउंडेशन द्वारा निर्मित विश्व के प्रसिद्ध वेब सर्वर रूम में से एक है। यह वेब सर्वर दुनिया के लगभग 60% से अधिक ऑपरेटिंग सिस्टम को चलाने में सक्षम है जैसे Unix, Linux, Windows ,Mac, iOS आदि।

2. आई. आई. एस वेब सर्वर (Internet Information Services)

यह वेब सर्वर माइक्रोसॉफ्ट टीम द्वारा डिवेलप किया गया एक क्लोज सोर्स सॉफ्टवेयर है यानी इसके सोर्स कोड को पब्लिकली ओपन नहीं किया गया हैं। जिससे कोई भी डेवलपर इसके कोड में परिवर्तन नहीं कर सकता है। इंटरनेट इंफॉर्मेशन सर्विस वेब ब्राउज़र की कार्यशैली अधिकतर अपाचे वेब ब्राउज़र की तरह ही है। इंटरनेट इंफॉर्मेशन सर्विस वेब सर्वर कुछ ही ऑपरेटिंग सिस्टम को चलाने में सक्षम है जैसे विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम ,मैक ऑपरेटिंग सिस्टम।

3. लाइट स्पीड वेब सर्वर ( LiteSpeed Web Server in Hindi)

जैसा कि इस वेब सर्वर के नाम से ही पता चल रहा है की यह चलने में बहुत ही फास्ट है। इसका नाम इतना है कि यह विश्व का चौथा सबसे प्रसिद्ध और फास्टेस्ट परफॉर्मेंस वाला वेब सर्वर है। इसका प्रयोग व्यवसायिक कार्यो के लिए अधिकतर किया जाता है।

4. नग्नेक्स वेब सर्वर (Nginx Web Server in Hindi)

यह वेब सर्वर भी अपाचे वेब सर्वर की तरह ही कार्य करता है और उसी की तरह ही यह एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है। यह वेब सर्वर मुख्य रूप से बेस्ट परफॉर्मेंस इजी कस्टमाइजेशन और लो रिसोर्सेस की वजह से प्रसिद्ध है। यह वेब सर्वर ब्राउज़र द्वारा रिक्वेस्ट किए गए डाटा को रेड के माध्यम से नहीं देता है। बल्कि डाटा को ट्रांसफर करने के लिए इसका अपना खुद का एक Driven Architecture है।

वेब सर्वर लिस्ट (Web Server List )

वेब सर्वरवेब सर्वर का प्रकारकब अस्तित्व में आया?किस प्रोग्रामिंग भाषा में लिखा हैं?
Nginxमुफ्त तथा ओपन-सोर्स04-10-2004C
Apache HTTP सर्वरमुफ्त तथा ओपन-सोर्स1995 मेंC व XML
IISक्लोज-सोर्स30-05-1995C++
LiteSpeedगैर-मुक्त स्वामित्व01-06-2003C तथा C++

वेब सर्वर की विशेषता – Features of Web Server in Hindi

 एच. टी. टी. पी (HTTP) – एच. टी. टी. पी एक तरह का प्रोटोकॉल होता हैं जिसका मुख्य कार्य क्लाइंट तथा सेर्वेर्के मध्य कनेक्शन बनाना होता हैं। HTTP की सहायता से ही हाइपर टेक्स्ट फाइल को एक जगह से दूसरी जगह पर इन्टरनेट द्वारा स्थांतरित किया जाता हैं या यह कह सकते हैं कि एचटीटीपी से ही वर्ल्ड वाइड वेब के जरिये डाटा भेजना मुमकिन हो पता हैं। एच. टी. टी. पी का पूरा नाम हाइपर टेक्स्ट ट्रान्सफर प्रोटोकॉल (Hyper Text Transfer Procotol) होता हैं।

 लॉगिंग – वेब सर्वर क्लाइंट की आई. पी एवं उसके द्वारा पूछी गयी जानकारी अपने वेब लोग में समाहित रखता हैं इसके कारण वेब सर्वर को अपने क्लाइंट की जरूरत जल्दी समझ आ जाती हैं एवं वेब सर्वर क्लाइंट को वैसी ही जानकारी प्रदान करा देता हैं।

ये दोनों फीचर्स बहुत ही उपयोगी हैं जो लगभग सभी वेब सर्वर में पाए जाते हैं। इनके आलावा भी वेब सर्वर में कुछ और महत्वपूर्ण फीचर हो सकते हैं, जैसे –

 एच. टी. टी. पी. एस (HTTPS) – आप एच. टी. टी. पी. एस को एच. टी. टी. पी का ही एक सुरक्षित प्रारूप कह सकते हैं एच. टी. टी. पी से हम पोर्ट 80 पर कनेक्ट कर सकते हैं जबकि एच. टी. टी. पी. एस वेब सर्वर को अधिक सुरक्षित पोर्ट 443 में जोड़ता हैं।

 सत्यापन – किसी भी वेबसाइट रिसोर्स को एक्सेस करने की आज्ञा देने से पहले वेब सर्वर द्वारा उपयोगकर्ता नाम व पासवर्ड सत्यापित किया जाता हैं।

 बैंडविड्थ सेवर – किसी क्लाइंट के बड़ी फाइल के मांगे जाने पर वेब सर्वर बैंडविड्थ को बचाने के लिए फाइल का आकर कम करके क्लाइंट तक पहुचता हैं। इस कारण सर्वर पर अधिक यूजर होने पर भी सर्वर डाउन होने से बच जाता हैं।

 वर्चुअल होस्टिंग – वेब सर्वर की वर्चुअल होस्टिंग की सहायता से एक ही आई. पी एड्रेस द्वारा काफी सारी वेबसाईट को एक साथ सर्व किया जा सकता हैं। इस कारण सेवर जल्दी डाउन नहीं होता तथा उपयोगकर्ता तक जानकारी तेज पहुँचती हैं।

वेब सर्वर के लाभ / फायदे – Benefits of Web Server in Hindi

वेब सर्वर के लाभ अत्यधिक हैं यही कारण हैं कि वेब सर्वर का उपयोग इतना बढ़ रहा हैं। आइये जानते हैं वेब सर्वर के फायदे के बारे में –

I. सुरक्षा

वेब सर्वर उपयोगकर्ता को इंटरनेट पर सर्फिंग करते समय एक सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराता है वेब ब्राउज़र एचटीटीपी के साधारण पोर्ट के स्थान पर एचटीटीपीएस के स्टैंडर्ड पोर्ट 443 का इस्तेमाल करता है और यूजर को एक सुरक्षित और ऑथेंटिक डाटा प्राप्त कराता है।

II. जानकारी ढूँढने में आसानी

वेब सर्वर की मदद से हम इंटरनेट पर किसी भी प्रकार की जानकारी को ढूंढ सकते हैं जिससे यूजर अपनी सुविधानुसार अपने प्रश्नों के बारे में जानकारी वेब सर्वर से ब्राउज़र की मदद से प्राप्त कर सकता है।

III. लॉग इन

वेब सर्वर इंटरनेट से डाटा सर्फिंग करते समय बड़ी फाइल को डाउनलोड अपलोड करने के लिए वह मास्टर को लॉग इन करने की परमिशन भी देता है और इसके साथ-साथ वेबमास्टर वेब सर्वर से डाटा को कलेक्ट भी कर सकता है

IV. आसान किर्याकलाप

यदि एक उपयोगकर्ता वेब सर्वर में उपस्थित लॉग फाइल को configure करना चाहता हैं तो वह शुगमता से इसके लिए जा सकता हैं। वेब फाइल्स को configure करने से ऑपरेटिंग सिस्टम व वेब ट्रैफिक को एनालाइज करने का रास्ता खुलता हैं।

V. डाउनलोडिंग क्षमता

यदि आप एक ऐसी वेबसाइट रखते हैं जिस पर ऐसा ज्ञान प्राप्त कराया जाता हैं जिसे अधिक मात्रा में लोग डाउनलोड करना पसंद करते हैं तो आपके लिए वेब सर्वर बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता हैं। किसी भी डाउनलोडिंग वेबसाइट के लिए bandwidth की बहुत महत्वता होती हैं यदि आपकी साईट वेब सर्वर उपयोग करती हैं तो आपके लिए Bandwidth Restriction कम होगी। Web Server का उपयोग करना वेबसाइट की स्पीड को भी बेहतर बनाने का काम करता हैं।

वेब सर्वर के नुकसान – Disadvantages of Web Server in Hindi

वेब सर्वर के फायदे के साथ-साथ, इसे उपयोग करने के कुछ नुकसान भी हैं। आइये वेब सर्वर के नुकसान के बारे में विस्तार से जानते हैं –

i. अधिक कीमत

अगर वेब सर्वर के खर्चे के बात करे तो यह बहुत अधिक होता हैं इलेक्ट्रॉनिक वेब होस्टिंग के मुकाबले। वेब सर्वर का इस्तेमाल करने के लिए उपयोगकर्ता को हर महीने के प्लान लेना पड़ता हैं जो भिन्न वेब सर्वर ले लिए काफी कीमती हो सकता हैं।

ii. असुविधा

अधिकतर लोग वेब सर्वर इसकी सुविधा की बजह से इस्तेमाल करते हैं लेकिन वेब सर्वर से प्राप्त फायदा आपको वेबसाइट के प्रकार के अनुसार मिलता हैं। यदि आपकी एक ऑनलाइन साईट हैं तब आपके लिए वेबसर्वर उपयोग करना फायदेमंद साबित होता हैं, अन्यथा नहीं।

iii. असुरक्षा

वेब सर्वर का उपयोग करना कभी-कभी हमारे लिए सुरक्षा सम्बन्धित परेशानियाँ भी ला सकता हैं। कुछ वेब सर्वर इस प्रकार होते है कि वे HTTP ट्रैफिक को भी अनुमति देते हैं जिस कारण सुरक्षा पर इफ़ेक्ट आ सकता हैं। इसलिए जरूरी हैं आप वह वेब सर्वर चुने जो सिर्फ या अधिकतर HTTPS ट्रैफिक को ही अनुमती देते हैं।

iv. ज्यादा ट्रैफिक

जैसे की हम जानते हैं कि वेब सर्वर उपयोग करने वाली वेबसाइट पर ट्रैफिक की मात्रा अधिक होती हैं जिस कारण इस पर लोड भी अधिक होता हैं। ट्रैफिक अधिक होने की बजह से कई बार आपकी वेबसाइट डाउन भी हो सकती हैं।

वेब सर्वर के उदाहरण – Examples of Web Server in Hindi

अपाचे वेब सर्वर, इंटरनेट इंफॉर्मेशन वेब सर्वर, लाइटस्पीड वेब सर्वर,एनगिनक्स आदि वेब सर्वर के उदाहरण हैं जिनका प्रयोग हम इंटरनेट पर सर्फिंग करने के लिए करते हैं।

वेब सर्वर के उपयोग- Uses of Web Server in Hindi

वेब सर्वर हमारे लिए कई कार्यो में महत्वपूर्ण हैं बस हमे पता होना चाहिए कि यह कैसे काम करता हैं। आइये वेब सर्वर के उपयोग के बारे में जानते हैं।

  • वेब सर्वर का मुख्य काम इंटरनेट पर मौजूद वेबसाइटों की पोस्टिंग को मैनेज करना तथा डाटा का आदान प्रदान करना है।
  • वेब सर्वर डाटा फ्री डाउनलोडिंग और अपलोडिंग के लिए एक फाइल ट्रांसफर प्रोटोकोल को विकसित करता है।
  • वेब सर्वर, वेबसाइट की होस्टिंग में आ रही समस्याओं को सॉल्व करने में सहायक होता है।
  • डिफॉल्ट फाइल या डिफॉल्ट फाइल का निर्धारण वेब सर्वर द्वारा ही किया जाता है।
  • वेब सर्वर का मुख्य काम अलग-अलग लोगो के अनुरोध को स्वीकार करना व इन्टरनेट से जुड़े लोगो तक उनके अनुसार जानकारी पहुँचाना होता हैं।
  • किसी भी वेब होस्टिंग सर्विस में वेब सर्वर का मुख्य कार्य सभी वेबसाईट के डाटा को सुरक्षित रखना व संजोना होता हैं।

FAQ – वेब सर्वर के बारे में प्राय: पूछे जाने वाले सवाल

सवाल – संसार के सबसे पहले वेब सर्वर का क्या नाम था?

उत्तर – संसार के सबसे पहले वेब सर्वर को CERN httpd (जिसे बाद में W3C httpd के नाम से जाना गया) के नाम से जाना जाता हैं।

सवाल – पहले वेब सर्वर को किसने विकसित किया था ?

उत्तर – सवसे पहले वेब सर्वर को टिम बर्नर्स ली, एरी लुओटोनन व हेनरिक फ्राईस्टिक निएल्सेन द्वारा विकसित किया गया था।

सवाल – दुनिया के पहले वेब सर्वर CERN httpd को किस प्रोग्रामिंग भाषा में बनाया गया था?

उत्तर – इस वेब सर्वर को C प्रोग्रामिंग भाषा में विकसित किया गया था।

सवाल – CERN httpd को किस कंप्यूटर व ऑपरेटिंग सिस्टम पर विकसित किया गया था?

उत्तर – CERN httpd को NeXT कंप्यूटर में NeXTSTEP ऑपरेटिंग सिस्टम पर विकसित किया गया था।

आज हमने क्या जाना?

आज हमने इस ज्ञानवर्धन पोस्ट में वेब सर्वर क्या है, web server in hindi, वेब सर्वर के प्रकार, वेब सर्वर की विशेषता, वेब सर्वर के उदहारण व वेब सर्वर के लाभ के बारे में जाना। आशा हैं आपको अच्छे से पता चल गया होगा कि वेब सर्वर क्या होता हैं, आपको यह पोस्ट कैसे लगी कमेंट करके अवश्य बताये।

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