5 मिनट में होली पर निबंध कैसे लिखे? | Holi Essay in Hindi

किसी भी विषय पर निबंध लिखने से पहले हमे यह पता होना चहिए कि उस निबंध की शुरुआत कब करनी हैं और उसे खत्म कब करना हैं ? हम में से बहुत से छात्र अपनी परीक्षा में होली पर हिंदी में निबंध holi essay in hindi लिख तो देते हैं पर हमे अच्छे अंक प्राप्त नहीं होते । परीक्षा में हमे होली पर निबंध essay on holi या किसी और विषय पर निबन्ध लिखने पर अच्छा परिणाम नहीं मिलता क्योकि हम अच्छी प्रकार से निबन्ध को एक लय में नहीं लिख पाते।

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Holi Essay in Hindi

आज हम बात करेंगे कि holi essay in hindi कैसे हम आसानी से कुछ ही मिनटों में लिख सकते हैं। आपको भी अपने स्कूल शिक्षको द्वारा कार्य दिया जाता होगा कि मेरा प्रिय त्यौहार होली पर निबंध लिखो ।

किसी भी त्यौहार पर निबन्ध लिखने के लिए हमे कुछ चीजों का अवश्य ध्यान रखना चहिए। आइये जानते हैं, आसानी से होली पर निबंध holi essay कैसे लिखे ?
• परिचय ( त्यौहार किस बारे में हैं । )
• त्यौहार का इतिहास ( त्यौहार कब और कैसे मानना शुरू हुआ । )
• त्यौहार के बारे में विवरण ( त्यौहार कैसे मनाया जाता हैं । )
• भौगोलिक विस्तार ( त्यौहार कहाँ-कहाँ मनाया जाता हैं । )
• निष्कर्ष

होली पर निबंध लिखने के लिय यदि आप ऊपर उल्लेखित किए गए पॉइंट्स का अनुसरण करते हैं तो होली ही नहीं किसी भी त्यौहार पर निबंध लिखना बहुत शुगम होगा । हम इन पॉइंट्स का प्रयोग करके आपको होली के बारे में निबंध holi festival in hindi पर essay लिखकर दिखाते हैं ।


निबंध प्रारंभ

होली पर निबंध | Holi essay in hindi

परिचय

हम सभी होली को रंगों के त्यौहार के रूप में जानते हैं । यह होली का उत्सव भारत देश का एक प्रमुख त्यौहार हैं। भारत में हिन्दू धर्म के लोग होली का उत्सव बड़ी धूम-धाम से मानते है । होली के दिन लोग सुबह उठकर साफ़-सुथरे कपडे पहनकर रिश्तेदारों के घर एक-दुसरे के साथ खुशियाँ मानाने जाते हैं। होली का उत्सव आने के 4-5 दिन पहले से ही बाज़ार गुलाल तथा विभिन्न प्रकार की पिचकारियो से भर जाते हैं।

सभी लोग आपसी भेद-भावो भूलकर एक दुसरे के साथ रंगों से खेलते हैं। इस त्यौहार की सबसे जादुई बात यह होती हैं कि इस दिन ना कोई ना बड़ा होता हैं ना कोई छोटा, ना कोई गरीब होता हैं ना कोई अमीर। हर वर्ग के लोग एक दुसरे के संग आनंदित होकर नाचते और गाते हैं एवं एक-दुसरे को मिठाईयाँ व गुंजिया खिलाते हैं । होली का उत्सव मार्च (फाल्गुन) के महीने में आता हैं ।

होली का इतिहास

हिन्दू धर्म (सनातन धर्म) की मान्यता के अनुसार बहुत समय पहले हिरण्यकश्यप नामक एक क्रूर राजा हुआ करता था। राजा हिरण्यकश्यप का एक पुत्र था जिसका नाम प्रहलाद था, तथा राजा की एक बहन थी जिसका नाम होलिका था। कहा जाता हैं कि बहुत कड़ी तपस्या के बाद हिरण्यकश्यप ने भगवान ब्रह्मा से एक वरदान पाया था। भगवान ब्रह्मा के दिए इस वरदान के अनुसार हिरण्यकश्यप को ना कोई इन्सान मार सकता था, ना कोई जानवर मार सकता था, और ना किस हथियार से उसका बध किया जा सकता था।

अपने इस वरदान के कारण हिरण्यकश्यप के अन्दर अहंकार ने जन्म ले लिया। उसका यह अहंकार इतना बढ़ गया कि वह खुद को अमर मानकर लोगो पर जुल्म करने लगा। हिरण्यकश्यप का पुत्र प्रहलाद भगवान विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था । राजा ने अपने बेटे को हुक्म दिया की उसे भगवान विष्णु की भक्ति छोड़कर उसकी भक्ति शुरू कर देनी चहिए क्योंकि उसका पिता अमर हैं । प्रहलाद को छोड़कर राज्य के सभी लोग हिरण्यकश्यप की पूजा करने लगे।

प्रहलाद से गुस्सा हिरण्यकश्यप ने उसे मारने के अनेक प्रयास किये लेकिन वह विफल रहा। अंत में उसने अपनी बहन होलिका से कहा कि तुम प्रहलाद को अपनी गोद में लेकर लकड़ी के ढेर में जलती हुई आग में बैठ जाना । जिससे प्रहलाद जलकर मर जाता और होलिका को कुछ नहीं होता क्योंकि उसको वरदान था की आग उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकती। होलिका ने वही किया जो उसके भाई हिरण्यकश्यप ने उससे करने के लिए कहा था।

होलिका आग लगी लकड़ी के ढेर पर प्रहलाद को लेकर बैठ गई । प्रहलाद मन ही मन अपने प्रभु को याद करता चला गया। भगवान की ऐसी कृपा हुई कि प्रहलाद का तो कुछ नहीं बिगड़ा, परन्तु आग से ना जलने का वरदान प्राप्त होलिका आग में जलकर राख हो गई ।

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होलिका दहन

बस इसी दिन के बाद लोगी ने बुराई पर अच्छाई के जीत के प्रतीक के रूप में होलिका दहन अर्थात होली का त्यौहार मनाना शुरू कर दिया । पहले लोग होलिका दहन करते हैं तथा उसके अगले दिन लोग रंगों वाली होली अर्थात धुलंडी खेलते हैं। होलिका दहन का समय हर बार हिन्दू कैलेंडर के अनुसार अलग समय पर होता हैं।

होली कैसे मनाई जाती हैं?

वैसे तो होली रंगों का त्यौहार है तो यह रंग खेलकर हो मनाई जाती हैं लेकिन भारत के कुछ हिस्स्सो में इसको मनाने के कुछ अलग रूप भी देखने को मिलते हैं । ब्रज में रंगों के साथ-साथ लठ वाली होली भी मनाई जाती हैं । बरसाने की यह लठमार होली पूरी देश में बहुत प्रशिद्ध हैं । इसमें पुरुष, औरतों के ऊपर रंग डालते हैं तथा महिलाये लाठियों एवं कपडे से बने कोड़ो से पुरुषो की पिटाई करती हैं । उत्तर प्रदेश राज्य के मथुरा एवं वृन्दावन शहर में होली का उत्सव 14 -15 दिन तक चलता हैं ।

इस दिन मंदिरों को सजाया जाता हैं तथा विभिन प्रकार के कार्यकर्मो का आयोजन होता हैं। देश और दुनिया के अलग-अलग कोनो में होली के त्यौहार को मानते हुए लोग दिख जायेंगे।

होली किन-किन देशो में मनाई जाती हैं ?

हिंदुस्तान के साथ-साथ होली नेपाल का भी एक प्रमुख त्यौहार हैं । नेपाल के लोग इस पर्व को बड़ी ख़ुशी-उल्लास के साथ मानते हैं । इस रंगों वाले पर्व होली की जानकारी इतनी फैली कि हर देश में होली के बारे में बात होती हैं । यही कारण हैं कि होली का उत्सव दुनिया के विभिन देशो में मनाया जाने लगा हैं ।
संयुक्त राज्य अमेरिका, इंग्लैंड, कनाडा, गुयाना, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैण्ड, दक्षिण अफ्रीका, फिजी, मलेशिया, नीदरलैंड आदि देशो में भी होली का पर्व बेहद हर्षो-उल्लास के साथ मनाया जाता हैं ।

निष्कर्ष

होली का त्यौहार सिर्फ रंगों का त्यौहार नहीं हैं यह तो एक दुसरे को करीब लाने का पर्व हैं। इस पावन दिन पर दुश्मन भी दोस्त बन जाते तथा सभी मिलकर प्रेम के साथ दुसरो को गुलाल लगते हैं। बच्चो के लिए यह त्यौहार उनके दिल के बेहद करीब होता हैं, बच्चे पिचकारी तथा गुब्बारों से रंग खेलकर आनंदित होते हैं। हर समुदाय के लिए होली का उत्सव खुशियों की बहार लेकर आता हैं।


निबंध समाप्त


FAQ

Ques. इस रंगों के त्यौहार का नाम होली ही क्यों पड़ा ?

Ans. जिस समय हिरनकश्यप की बहन होलिका, प्रहलाद के साथ लकडियो के जलते हुए ढेर पर बैठी, प्रहलाद उस समय भगवान विष्णु का नाम ले रहा था इसलिए उसे आग नहीं जला पाई लेकिन होलिका जलकर राख हो गई। लोगो ने इस पल को बुराई पर अच्छाई की जीत के रूप में देखा, बस यही से होलिका के नाम पर होली मानाने की शुरुआत हुई ताकि लोगो को हमेशा याद रहे की बुराई अंत में हार ही जाती हैं।

Ques. होली के साथ कौन-से फूलो का सम्बन्ध माना जाता हैं ?

Ans. पलाश के फूलो को होली के त्यौहार से जोड़कर देखा जाता हैं क्योंकि इन फूलो का उपयोग होली खेलने के लिए रंग बनाने के लिए किया जाता हैं।

Ques. ऐसा कौन-सा वर्ष था जिसमे होली मार्च महीने में नहीं, फरवरी महीने में आई थी ?

Ans. सन 2010 में होली रविवार के दिन 28 दिनांक को फरवरी महीने में आई थी।

Ques. होली को अंग्रेजी में क्या कहा जाता हैं ?

Ans. होली को अंग्रेजी में भी होली ही कहा जाता हैं ! होली को अंग्रेजी में Holi – The Festival of Colours भी कहा जाता हैं ।

तो आज हमने जाना की हम कैसे शुगमता से होली पर हिंदी में निबंध holi essay in hindi लिख सकते हैं। अगर हम ऊपर दिए गए स्टेप का अनुसरण करते हैं तो हमारे लिए essay on holi या holi festival essay लिखना बेहद ही आसान हो जायगा। इसलिए आप सभी पॉइंट्स को ठीक से होली के बारे कें लिखने में प्रदर्शित करिए। हमे उम्मीद हैं कि आपको information about holi festival in hindi के बारे में सबकुछ पता चल गया होगा तथा अब आप आसानी से होली पर निबन्ध लिख सकते हैं।