ग्रुप टेक्नोलॉजी क्या है, क्यों है यह जरूरी | Group Technology in Hindi

ग्रुप टेक्नोलॉजी क्या है (What is Group Technology in Hindi) ग्रुप टेक्नोलॉजी के फायदे व नुकसान (Advantage and Disadvantage of Group Technology in HIndi)

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ग्रुप टेक्नोलॉजी क्या है – Group Technology in Hindi

आजकल की इस विकसित होती दुनिया में हर काम टेक्नोलॉजी से ही परिपूर्ण हो रहा है। चाहे कोई लघु उद्योग हो या कोई बड़ी कम्पनी हर कोई अपनी उत्पादकता में वृद्धि करने के लिए टेक्नोलॉजी के उपयोग को बढ़ावा दे रहा है। आपने कई टेक्नोलॉजी के बारे में सुना होगा जैसे इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी, मशीन टेक्नोलॉजी लेकिन आज हम बात करने वाले है ग्रुप टेक्नोलॉजी की। समूह तकनीक या ग्रुप टेक्नोलॉजी अन्य सभी टेक्नोलॉजी से भिन्न है। आइये जानते है ग्रुप टेक्नोलॉजी क्या है तथा यह कैसे काम करती है?

ग्रुप टेक्नोलॉजी क्या है (Group Technology in Hindi)

किसी कंपनी या संस्था में एक जैसी समस्याओ का ग्रुप बनाकर उन सभी का एक समाधान निकालना ग्रुप टेक्नोलॉजी कहलाता है।

अगर दुसरे शब्दों में कहे तो ग्रुप टेक्नोलॉजी एक उत्पादन तकनीक है जिसकी सहायता से कंपनी की कई क्रियाओ जैसे उत्पादन क्रिया और फंक्शन आदि को ग्रुप में बाँटकर, सही लोगों को इन क्रियाओ को जल्दी करने में लगाते है जिस से कंपनी का उत्पादन भी बढ़ता है तथा समय की भी बचत होती है।

यदि ग्रुप टेक्नोलॉजी को अधिक स्पष्ठ किया जाये तो कुछ पार्ट्स के डिजाईन तथा उनके उपयोग का तरीका लगभग एक जैसा होता है। तो ऐसे उत्पादों को (ग्रुप बनाकर) बनाने के लिए अलग-अलग मशीन ना लगाकर एक ही मशीन से उत्पादन करने पर पर ना केवल समय बचता है बल्कि उत्पादन कुशलता बढ़ती है।

ग्रुप टेक्नोलॉजी का उद्देश्य (Purpose of Group Technology in Hindi)

ग्रुप टेक्नोलॉजी का मुख्य उद्देश्य किसी कंपनी द्वारा बनाये जा रहे उत्पादों की उत्पादकता में बढ़ोतरी करना है। मान लो आप कोई xyz कारखाना चला रहे है जहाँ कारे बनाने का काम होता है। आपके पास कई कर्मचारी है जो फैक्ट्री में कार बनाने के काम को करते है। कार के निर्माण में ऐसे काम होते है जो एक जैसे होते है (वेल्डिंग, प्लास्टिक ढलाई आदि) मतलब उन कामो को एक ही मशीन द्वारा एवं एक ही कुशलता रखने वाले कर्मचारी द्वारा किया जा सकता है।

जब हम किन्ही दो समान से दिखने कार्यो को एक मशीन एवं समान कुशलता रखने वाले कर्मचारियों से कराने लगते है तो इस से हमारी कार जल्दी बन जाएगी जिस से कार के निर्माण में आ रही कीमत में भी कमी होगी। ग्रुप तकनीकी इस सिद्धांत पर कार्य करती है कि सामान कार्यो को समान क्षमता रखने वाली मशीन एवं लोगो से कराया जाये।

ग्रुप टेक्नोलॉजी के सिद्धांत (Principles)

समूह प्रौद्योगिकी सिद्धांतों को चार प्रमुख चरणों में लागू किया जा सकता है। ये चार प्रमुख चरण या स्टेज निम्नलिखित है –

चरण 1. – इस चरण में ऐसे पार्ट्स का समूह मनाया जाता है जिनसे सामान तरह के उत्पादन बनाये जाते है। इस स्टेज में हम उन पुर्जो का समूह बनाते है जिनमे एक जैसे निर्माण की आवश्यकता होती है।

चरण 2. – इस चरण में ऐसी मशीनो का ग्रुप बनाया जाता है जो एक ही ग्रुप के आवश्यक ग्रुप को बनाने में काम आती है।

चरण 3. – एक चरण में कार्यकारी समूह का निर्माण किया जाता है। मतलब एक समान कुशलता रखने वाले कर्मचारियों को सही उपकरण देकर उनसे उत्पादों का निर्माण कराया जाता है।

चरण 4. – इस स्टेज में सामान उत्पादों को तैयार करने में प्लानिंग तथा डिजाईन का समावेश किया जाता है। आप कह सकते है कि इस चरण में एक जैसे उत्पादों के निर्माण कार्य को प्लानिंग द्वारा नियंत्रण में किया जाता है जिसे संगठनात्मक समूहन कहते है।

ग्रुप टेक्नोलॉजी के लाभ (Advantages of Group Technology in Hindi)

ग्रुप टेक्नोलॉजी को उपयोग करने के कई लाभ है जिस बजह से इसका प्रयोग निरंतर बहुत तेजी से बढ़ता जा रहा है। आइये जानते हा समूह तकनीक के फायदों पर एक नजर ।

i. मटेरियल हैंडलिंग आसान हो जाती है

ग्रुप टेक्नोलॉजी का जो सबसे अधिक लाभ देखा जा सकता है वह है मटेरियल हैंडलिंग। मटेरियल हैंडलिंग एक ऐसा कार्य है जो किसी भी कंपनी के लिए सबसे महत्वपूर्ण एवं कठिन होता है। मटेरियल हैंडलिंग के अंतर्गत मटेरियल की सुरक्षा करना, स्टोर करके रखना तथा नियंत्रण में रखना आदि आता है। जब हम कंपनी में एक जैसे कार्यो का समूह बना देते है तो हमारे लिये मटेरियल की हैंडलिंग करना आसान या कम हो जाता है।

ii. टूल सेटअप समय में कमी

जब किसी फैक्ट्री में बहुत सारे उत्पाद तैयार हो रहे हो तो उनके निर्माण के लिए कई टूल को सेटअप करना होता है। यदि हम इन उत्पादों में से एक जैसे उत्पादों को पहचान कर उनका ग्रुप बना देते है तो हमे अधिक टूल सेटअप करने की जरुरत नहीं पड़ती।

iii. कार्य निरंतर चलता है

यदि सामान उत्पादों एवं उपकरणों का ग्रुप बना दिया जाता हो तो निर्माण में आने वाली परेशानी कम हो जाती है। समूहकरण करने के कारण निर्माण कार्य निरंतर चलता रहता है।

iv. उपलब्ध स्थान का बेहतर उपयोग

किसी भी फैक्ट्री में स्पेस निश्चित होता है एवं कर्मचारियों को चाहिए होता है कि उस जगह का अधिक से अधिक फायदा उठाया जा सके जिससे उत्पादकता में बढ़ोतरी आये। जब हम ग्रुप टेक्नोलॉजी का उपयोग करते है तो छोटी सी जगह को भी बेहतर ढंग से इस्तेमाल कर पते है इस से न केवल उत्पादकता बढती है बल्कि श्रमिको की कार्यक्षमता में भी वृद्धि होती है।

v. योजना बनाना तथा उत्पादकता को क्रमबद्ध करना

जब उत्पाद बहुत सरे होते तो उनको व्यवस्थित करने के बहुत ज्यादा योजना की आवश्यकता पड़ती है। यदि हम ग्रुप बना देते है तो उत्पाद भी कम हो जाते है तथा उनके निर्माण में आने वाली मशीन भी कम हो जाती है जिस बजह से योजना बनाना एवं उत्पादन का लेखा-जोखा रखना शुगम हो जाता है।

vi. कार्यस्थान पर अधिक संतुष्टि

उत्पादन करते समय यदि कार्ययोजना स्पष्ठ होती है तो कार्य बड़ी कुशलता से हो जाता है जिस से कर्मचारियों की कार्यक्षमता पर भी सकरात्मक प्रभाव पड़ता है। जब कई उत्पादों का समूह बनाकर निर्माण किया जाता है तो उसे करना आसान होता है जिससे संतुष्टि में भी वृद्धि होती है।

vii. उत्पाद की गुणवत्ता एवं उत्पादकता में वृद्धि

किसी भी कंपनी के अच्छे भविष्य के लिए सबसे अधिक आवश्यक है कि उसके प्रोडक्ट की गुणवत्ता अच्छी हो एवं उत्पादकता बेहतर हो। ग्रुप टेक्नोलॉजी से ना केवल ज्यादा कार्य को कम समय में करके उत्पादकता बढाई जाती है बल्कि अधिक उपयोगो उत्पाद बनाया जा सकता हैं।

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ग्रुप टेक्नोलॉजी के नुकसान (Disadvantages of Group Technology in Hindi)

अगर किसी तकनीक को अपने व्यवसाय में आजमाने में लाभ मिल रहे है तो हो सकते है कि उसके कुछ नुकसान भी हो। लेकिन जब लाभ नुकसान से अधिक होते है तो हमें नए तरीको का फायदा अवश्य उठाना चाहिए। आइये जानते है ग्रुप टेक्नोलॉजी के कुछ नुकसान के बारे में –

  • ग्रुप तकनीक को काम में लेन का सबसे बड़ा नुकसान है इसमें आने वाला खर्च। यह बात सही है कि ग्रुप टेक्नोलॉजी के द्वारा उत्पादकता को काफी हद तक बढ़ाया जा सकता है तथा अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। लेकिन पहले उत्पादों को समूह में बांटने व उपयुक्त मशीन स्थापित करने में काफी पैसा खर्च होता है।
  • ग्रुप टेक्नोलॉजी का उपयोग करते वक्त एक चीज जो आपको जरूर परेशान कर सकती है वह है मशीन का डाउन टाइम। समूह तकनीक के उपयोग से मशीन के बंद होने का समय बढ़ जाता है क्योंकि एक ही मशीन में कई एक जैसे उत्पाद तैयार किये जाते है जिस कारण अलग मटेरियल इस्तेमाल करने के लिए मशीन को बंद करना पड़ता है।
  • क्योंकि ग्रुप टेक्नोलॉजी में कई सारे पुर्जो पर एक साथ काम किया जाता है इसलिए इसकी देख-रेख करना काफी मुश्किल हो जाता हैं।
  • इसे सही ढंग से लागु करने के लिए एवं निरंतर सही प्रोसेस के लिए एक अनुभवी सलाहकार की आवश्यकता होती है।

FAQ (सवाल-जबाब)

सवाल – ग्रुप टेक्नोलॉजी के क्या फायदे है?

जबाब – उत्पादकता में वृद्धि, समय की बचत तथा उत्पाद की बेहतर गुणवत्ता आदि ग्रुप टेक्नोलॉजी के फायदे है।

सवाल – ग्रुप टेक्नोलॉजी से क्या अभिप्राय है?

जबाब – ग्रुप टेक्नोलॉजी से आशय उन पार्ट्स का समूह बनाने से है जो उत्पादकता एवं डिजाईन में एक जैसे है इनका ग्रुप बनाकर उत्पादकता में वृद्धि की जा सकती है।

आज हमने क्या जाना?

आज के इस लेख में हमने ग्रुप टेक्नोलॉजी क्या है (Group Technology in Hindi) इस बारे में जाना। यदि ग्रुप टेक्नोलॉजी को सही तरीके से लागु किया जाये तो एक एक बहुत ही फायदेमंद तकनीक साबित हो सकती है। उम्मीद है आपको यह जानकारी पसंद आई होगी, अन्य जानकारी के लिए हमे कमेंट करके अवश्य बताये।

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